By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 06, 2022
ढाका, 6 सितंबर। द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए भारत रवाना होने से पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने मंत्रिमंडल को एहतियात के तौर पर खाद्यान्न के वैकल्पिक स्रोत की तलाश करने का निर्देश दिया है। बांग्लादेश की बीएसएस न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक, रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक में प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मौजूदा खाद्यान्न आपूर्ति देशों पर निर्भर न रहें तथा एहतियाती उपाय के तौर पर खाद्य भंडार को भरने के लिये और बाजारों की तलाश करें।
देश हालांकि खाद्यान्न भंडार के लिहाज से संतोषजनक स्थिति में हैं। वर्तमान में देश में खाद्यान्न (चावल और गेहूं) का पर्याप्त भंडार है, लेकिन खुले बाजार में बिक्री (ओएमएस) और खाद्य समर्थन गतिविधियों के लिए गोदामों से लोगों तक जाने वाले चावल की मात्रा के आयात के लिए विभिन्न देशों के साथ पहले ही समझौते किए जा चुके हैं। बांग्लादेश सरकार ने पहले ही रियायती कीमतों पर चावल बेचना शुरू कर दिया है और ओएमएस व खाद्य अनुकूल कार्यक्रम के तहत तीन महीने में कम आय की पृष्ठभूमि वाले डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों को 7.65 लाख टन चावल बेचने की योजना है।
बैठक के बाद बांग्लादेश सचिवालय में एक ब्रीफिंग के दौरान कैबिनेट सचिव के. अनवारुल इस्लाम ने हसीना को उद्धृत करते हुए कहा, “ हम जहां से खाद्यान्न एकत्र कर रहे हैं, उन विशिष्ट देशों पर निर्भर रहने के बजाय, एहतियात के तौर पर एक या दो और स्रोतों (देशों) के लिए पहल की जानी चाहिए ताकि अगर कोई स्रोत इसकी आपूर्ति करने में विफल रहता है तो हमें किसी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़े।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को किसी भी संभावित चुनौतियों से बचने का निर्देश दिया था ताकि आयात के लिए नामित पांच देशों में से कोई भी खाद्यान्न उपलब्ध कराने में असमर्थ हो तो देश (बांग्लादेश) के सामने मुश्किल न आए। वर्तमान में बांग्लादेश रूस, भारत, म्यांमार, वियतनाम और थाईलैंड से खाद्यान्न आयात करता है।