कोलकाता। बंधन बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 35 प्रतिशत बढ़कर 327 करोड़ रुपये हो गया। बैंक के चेयरमैन और संस्थापक चंद्र शेखर घोष ने इसकी जानकारी देते हुये कहा कि अप्रैल से जून की पहली तिमाही में बैंक की ऋण वृद्धि 35 प्रतिशत बढ़कर 21,389 करोड़ रुपये हो गई। इस अवधि में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले जमा राशि भी 51 प्रतिशत बढ़कर 22,439 करोड़ रुपये हो गई। घोष ने कहा कि पहली तिमाही में बैंक की सकल गैर-निष्पादित राशि (एनपीए) मामूली बढ़कर 0.82 प्रतिशत हो गई। एक साल पहले इसी अवधि में यह 0.22 प्रतिशत था।
इस दौरान बैंक का शुद्ध एनपीए पिछले साल के 0.14 प्रतिशत से बढ़कर 0.49 प्रतिशत हो गया। उन्होंने कहा, ‘‘एनपीए में हुई इस वृद्धि की वजह उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा जैसे कुछ राज्यों में कृषि ऋण माफी किये जाने से कर्जवापसी माहौल पर प्रभाव पड़ा है।’’ बंधन बैंक हालांकि इसमें सीधे तौर पर शामिल नहीं है, बैंक कृषि ऋण नहीं देता है, लेकिन उसने कृषि से जुड़े दूसरे क्षेत्रों जैसे मछली पानल, दूध उत्पादन और सब्जियां उगाने जैसे क्षेत्रों में कर्ज दिया है। घोष ने कहा कि दार्जलिंग क्षेत्र में अशांति के चलते उस क्षेत्र से होने वाली प्राप्ति पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि बंधन बैंक अपनी कर्ज वृद्धि के लिये सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) और सस्ते आवास क्षेत्र पर गौर करेगा।