R&AW पर तुरंत लगाओ बैन...अमेरिकी आयोग ने ये क्या सिफारिश कर दी, भारत का रिएक्शन देखने वाला होगा

FacebookTwitterWhatsapp

By अभिनय आकाश | Mar 26, 2025

R&AW पर तुरंत लगाओ बैन...अमेरिकी आयोग ने ये क्या सिफारिश कर दी, भारत का रिएक्शन देखने वाला होगा

अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग ने सिख अलगाववादियों के खिलाफ हत्या की साजिश में कथित संलिप्तता को लेकर भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) के खिलाफ प्रतिबंधों की मांग की है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अपनी वार्षिक रिपोर्ट में आयोग ने यह भी दावा किया है कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार बदतर होता जा रहा है। पैनल ने अमेरिकी सरकार से धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के कारण भारत को "विशेष चिंता का देश" घोषित करने का भी आग्रह किया। हालांकि, भारत ने अभी तक पैनल की सिफारिश पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

इसे भी पढ़ें: पहले चक्रवात, फिर आग! अमेरिका के जंगलों में फिर भड़की आग, लगानी पड़ गई इमरजेंसी

आयोग ने कम्युनिस्ट शासन द्वारा शासित वियतनाम पर भी निशाना साधा, जो कथित तौर पर धार्मिक मामलों को विनियमित और नियंत्रित करने के प्रयासों को बढ़ा रहा है। पैनल ने सिफारिश की कि भारत की तरह वियतनाम को भी विशेष चिंता का देश घोषित किया जाए, जिसके साथ वाशिंगटन चीन के बारे में साझा चिंताओं के कारण संबंधों को मजबूत करना चाहता है। विश्लेषकों के हवाले से रॉयटर्स ने बताया कि अमेरिका लंबे समय से भारत को एशिया और अन्य क्षेत्रों में चीन के बढ़ते प्रभाव के प्रति संतुलन के रूप में देखता रहा है, यही वजह है कि भारत में मानवाधिकारों के मुद्दों को नजरअंदाज किया जाता रहा है।

इसे भी पढ़ें: Trump Praises India: भारत आदर्श...हिंदुस्तान का नाम लेते हुए ट्रंप ने अमेरिकी सिस्‍टम में क्या सुधार का ऐलान कर दिया

ट्रंप प्रशासन द्वारा R&AW पर प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना नहीं है, क्योंकि पैनल की सिफारिशें बाध्यकारी नहीं हैं। 2023 से  भारत और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है, क्योंकि आरोप है कि भारत ने अमेरिका और कनाडा में सिख अलगाववादियों को निशाना बनाया है। भारत-अमेरिका संबंधों में एक झुर्रियाँ तब दिखाई दीं, जब वाशिंगटन ने खालिस्तान समर्थक नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की नाकाम साजिश के सिलसिले में पूर्व भारतीय खुफिया अधिकारी विकास यादव पर आरोप लगाया। अमेरिकी आयोग ने रिपोर्ट में कहा 2024 में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति और खराब होती रहेगी, क्योंकि धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमले और भेदभाव बढ़ता रहेगा। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान “मुसलमानों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ घृणित बयानबाजी और गलत सूचना का प्रचार किया। 

प्रमुख खबरें

Gudi Padwa 2025: नई उमंग और नए साल के आगमन का प्रतीक है गुड़ी पड़वा पर्व, जानिए मुहूर्त और परंपरा

सूजी में कीड़े पड़ गए? घबराएं नहीं, अपनाएं ये आसान उपाय

Ugadi 2025: दक्षिण भारत में नववर्ष मनाने का मुख्य पर्व है उगादि, जानिए महत्व और पूजा विधि

Chaitra Navratri 2025: नवरात्रि के पहले दिन की जा रही मां शैलपुत्री की पूजा, जानिए कलश स्थापना का मुहूर्त