By प्रेस विज्ञप्ति | Apr 08, 2025
मुंबई। महाराष्ट्र में निवेश के लिए बिना किसी बाधा के सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। राज्य के सभी क्षेत्रों में निवेश हो सके, इसके लिए एक सक्षम ईकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है। इसलिए आने वाले पाँच वर्षों में राज्य के सभी भागों का संतुलित विकास स्पष्ट रूप से दिखाई देगा, ऐसा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा।
मुख्यमंत्री फडणवीस बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित जिओ वर्ल्ड सेंटर में आयोजित ‘इंडिया ग्लोबल फोरम – नेक्स्ट 25’ कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर इंडिया ग्लोबल फोरम के संस्थापक मनोज लढवा, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के महानगर आयुक्त संजय मुखर्जी, उद्योग विभाग के सचिव पी. अन्बलगन, तथा उद्योग क्षेत्र से जुड़े प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।
महाराष्ट्र में नहीं होगी कुशल मानव संसाधन की कमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में नए निवेश अवसर निर्मित किए जा रहे हैं, साथ ही वैश्विक सप्लाई चेन को सपोर्ट करने वाली सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में भी महाराष्ट्र देश में अग्रणी है। राज्य में पहले से ही कई प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां मौजूद हैं।
उद्योगों को आवश्यक कुशल मानवबल प्रदान करने के लिए एक “कौशल विश्वविद्यालय” काम कर रहा है, जिससे राज्य में कौशल की कोई कमी नहीं रहेगी। इसके अलावा, राज्य सरकार का ध्यान हरित (ग्रीन) और स्मार्ट प्रौद्योगिकियों पर आधारित उद्योगों पर भी है।
ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में MMR का महत्वपूर्ण योगदान
मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) का महाराष्ट्र को 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में बड़ा योगदान रहेगा। अकेले MMR में 1.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था खड़ी करने की क्षमता है, इसलिए इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मुंबई को फिनटेक कैपिटल कहा जाता है और नवी मुंबई में “तीसरी मुंबई” विकसित की जा रही है। वहां एज्युसिटी और इनोवेशन सिटी बनाई जा रही है। एज्युसिटी में दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी आने को इच्छुक है, और 5 यूनिवर्सिटी अंतिम चरण में हैं।
इसके अलावा, नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जल्द शुरू होने वाला है, और अटल सेतु (मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक) के माध्यम से हवाई अड्डे तक कनेक्टिविटी भी बेहतर हुई है।
देश का सबसे बड़ा बंदरगाह वाढवण में विकसित किया जा रहा है। इसे समृद्धि महामार्ग से जोड़ा जाएगा, जिससे इस क्षेत्र में “चौथी मुंबई” के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ेंगे।
राज्य के ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों पर भी विशेष ध्यान
MMR के साथ-साथ राज्य के ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है: पुणे में ऑटोमोबाइल उद्योग को बढ़ावा मिल रहा है। छत्रपति संभाजीनगर में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग हब के रूप में उभर रहा है। गडचिरोली भारत के नए स्टील हब के रूप में विकसित हो रहा है। विदर्भ क्षेत्र में सौर ऊर्जा उत्पादन का विस्तार हो रहा है। समृद्धि महामार्ग से 15 जिलों के किसानों और उद्यमियों को लाभ मिलेगा। प्रस्तावित शक्तिपीठ मार्ग से मराठवाड़ा को बढ़ावा मिलेगा। शिर्डी, पुणे और नागपुर में हवाई अड्डों का निर्माण कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य को सूखा-मुक्त बनाने के लिए लगभग 3 लाख करोड़ रुपये के चार नदी जोड़ परियोजनाएं लागू की जा रही हैं। इसके अलावा विदर्भ में नहर प्रणाली के माध्यम से सिंचाई के लिए प्रोजेक्ट भी तैयार किया जा रहा है।
राज्य के 85% एमओयू हुए कार्यान्वित
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किए गए 85% सामंजस्य करार (MoUs) पहले ही कार्यान्वयन की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं, और बचे हुए 15% MoUs के लिए सरकार विशेष ध्यान दे रही है। जल्द ही वे भी मूर्त रूप लेंगे।
राज्य सरकार भूमि आवंटन, परवाने (लाइसेंस) तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं देने का कार्य तीव्रता से कर रही है, ताकि उद्योगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।