By अंकित सिंह | May 03, 2023
कर्नाटक चुनाव को लेकर कांग्रेस के घोषणापत्र पर बवाल जारी है। कांग्रेस ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है। इसी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस के घोषणापत्र पर बजरंग दल की भी प्रतिक्रिया आई है। बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दोनेरिया ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया और उसमें बजरंग दल को पीएफआई से जोड़ा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है कि वे समाज के विकास और लाभ के लिए काम करने वाले दल की तुलना कई आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले समूह से कर रहे हैं।
बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि वे हम पर प्रतिबंध लगाकर मुस्लिम वोट लेने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने हमेशा धर्म के नाम पर समाज को बांटा है। कांग्रेस की इस शर्मनाक बात का बजरंग दल विरोध करेगा। बजरंग दल ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस मुख्यालय के पास प्रदर्शन किया और मांग की कि पार्टी कर्नाटक में सत्ता में आने पर संगठन पर प्रतिबंध लगाने के अपने वादे को वापस ले। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में कहा कि बजरंग दल “देश का गौरव” है और अगर कांग्रेस ने वादा वापस लेने के लिए अपने कर्नाटक चुनाव घोषणापत्र को नहीं बदला, तो बड़े पैमाने पर देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा करने के लिए सोमवार को मुख्य प्रतिद्वंद्वी दल पर निशाना साधा। उन्होंने इसे भगवान हनुमान की पूजा करने वालों को ताले में बंद करने की कोशिश करने का कांग्रेस का प्रयास करार दिया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पहले भगवान राम को ताले में बंद कर दिया और अब वह ‘जय बजरंग बली’ का नारा लगाने वालों को ताले में बंद करना चाहती है। मोदी ने कांग्रेस पर यह हमला विपक्षी पार्टी द्वारा 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करने के कुछ ही घंटों के भीतर किया।