By अंकित सिंह | Jul 11, 2022
भारत का पड़ोसी मुल्क श्रीलंका आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। श्रीलंका में इस वजह से प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ आक्रामक है। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास को अपने कब्जे में ले लिया है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे कहां है, इस बारे में किसी को जानकारी नहीं है। इन सबके बीच इसको लेकर भारत में राजनीति शुरू हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के विधायक इदरीस अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दे दिया है। अपने बयान में इदरीस अली ने कहा कि श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ जो कुछ भी हुआ है, वह यहां के प्रधानमंत्री मोदी के साथ भी होगा। पीएम मोदी हर तरफ से फेल हैं। यहां तो और भी बुरा होगा। पीएम मोदी भी इस्तीफा देंगे और भाग जाएंगे।
फिलहाल तृणमूल कांग्रेस विधायक का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। आपको बता दें कि श्रीलंका वर्तमान में कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहा है। भारत की ओर से उसके मदद करने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की मदद के लिए 3.8 अरब अमेरिकी डॉलर देने की प्रतिबद्धता जताई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘पड़ोस पहले’ नीति के तहत सरकार देश के पड़ोसियों की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करने और उनकी मदद करने के लिए विशेष प्रयास करती है।
दूसरी ओर श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बताया कि वह 13 जुलाई को इस्तीफा दे देंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी। श्रीलंका के राष्ट्रपति राजपक्षे ने कहा कि वह बुधवार को इस्तीफा दे देंगे। राष्ट्रपति राजपक्षे ने इस्तीफे की घोषणा ऐसे समय में कि जब प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को उनके आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया था और देश के गंभीर आर्थिक संकट से निपटने में नाकाम रहने पर उनसे पद छोड़ने का आह्वान किया।