By अंकित सिंह | May 30, 2022
मध्य प्रदेश में पंचायत और निकाय चुनाव को लेकर सियासी तापमान अब बढ़ रहा है। भाजपा और कांग्रेस के बीच अब वार-पलटवार का दौर भी शुरू हो चुका है। हाल में ही घटित हिंसा को लेकर कमलनाथ ने भाजपा पर बड़ा हमला किया है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि मैं गर्व से कहता हूं कि हिंदू हूं लेकिन बेवकूफ नहीं हूं। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक कमलनाथ ने कहा कि मैं गर्व से कहता हूं कि मैं हिंदू हूं लेकिन मैं बेवकूफ नहीं हूं। हम धर्म को अपनी राजनीति का आधार नहीं मानते। हम धर्म को इवेंट नहीं बनाते। हमारा धर्म हमारे परिवार का इवेंट होता है, यह राजनीति का इवेंट नहीं होता है।
कमलनाथ ने दावा किया कि हर जगह विवाद हो रहा है। भाषा को लेकर तमिलनाडु पर विवाद शुरू हो गया। इसके साथ ही कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि ओबीसी वर्ग के अधिकार छीनने में भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बहाना बनाकर अपने षड्यंत्र को छुपाना चाहते हैं। लेकिन अगर वह सच में ओबीसी को अधिकार देना चाहते तो हमारी मांग के मुताबिक संविधान में संशोधन करके ओबीसी को स्थाई रूप से उनका अधिकार दे देते। इसके साथ ही उन्होंवे दावा किया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही किसान कर्जमाफी योजना दोबारा शुरू की जाएगी और प्रदेश के किसानों का कर्ज़ा माफ़ किया जाएगा।
इससे पहले कमलनाथ ने कहा था कि पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण देने की बात करी कि 35 % देंगे, 30 % देंगे, कोर्ट में जाएंगे, सब बेकार की बातें। जो हुआ है आरक्षण जिला पंचायत में, जनपद पंचायत में, सदस्य जनपद पंचायत में वो 10 % है और कह रहे हैं हमने 30 % दे दिया। पंचायत चुनाव में सरकार ने ओबीसी को जिला पंचायत सदस्य की 11.2 % सीटें, जनपद अध्यक्ष की 9.5 % सीटें, सदस्य की 11.5 % सीटें और सरपंच की 12.5 % सीटें दी हैं। ओबीसी को 19 जिलों में पंचायत सदस्य के 0 पद, 28 जिलों में अध्यक्ष के 0 पद, 10 जिलों में सदस्य के 0 पद दिए हैं।