By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 31, 2019
लखनऊ। स्टीपलचेज धावक अविनाश सेबल और लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर ने शुक्रवार को 59वीं राष्ट्रीय अंतरराज्यीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप के समापन दिवस पर स्वर्ण जीतने के साथ इस महीने के आखिर में होने वाले विश्व चैम्पियनशिप के लिए तैयारियों को दुरुस्त किया। शुक्रवार कोपुरुषों के चार गुणा 400 मीटर रिले फाइनल के दौरान उस समय हास्यास्पद स्थिति बन गयी जब एएफआई-ए का प्रतिनिधित्व कर रहे मुहम्मद अनस ने गलती से एएफआई-बी टीम के खिलाड़ी से बेटन ले लिया। अनस की टीम में शामिल एलेक्स एंथोनी 200 मीटर की दौड़ के बाद तीसरे चरण के दौरान मांसपेशियों में चोट के कारण बाहर हो गये। अनस ने एएफआई-बी टीम के सदस्य साजिन से बेटन लेकर दौड़ना शुरू कर दिया।
एएफआई-ए की टीम ने अमोज जैकब, नूह टाम, एंटनी और अनस ने चार गुणा 100 मीटर रिले में अपने समय में सुधार के लिए भाग लिया था। यह टीम 28 सितंबर से छह अक्टूबर तक दोहा में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के क्वालीफिकेशन में 16वें और अंतिम पायदान पर है। आधिकारिक परिणाम में एएफआई-ए टीम को ‘रेस पूरा नहीं किया (डीएनएफ)’ दर्शाया गया जबकि एएफआई-बी को अयोग्य घोषित कर दिया गया।
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महाराष्ट्र के 24 साल के साबले आईएएएफ रैंकिंग में 25वें स्थान पर है। उन्होंने आठ मिनट 33.19 सेकेंड के मीट रिकॉर्ड समय के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया। पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज के लिए विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाइंग समय आठ मिनट 29.00 सेकंड है और सेबल पहले ही इसके लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। श्रीशंकर ने अपने दूसरे प्रयास में 7.83 मीटर की छलांग लगायी। केरल के 20 साल के इस खिलाड़ी हालांकि अपनी अंतिम छलांग में बड़ी दूरी तय करने की कोशिश की लेकिन निराशाजनक रूप से ओवर-स्टेप करने के कारण उनका यह प्रयास रद्द हो गया। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 8.20 मीटर है। उन्होंने पहले ही विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
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विश्व विश्वविद्यालय खेलों की स्वर्ण पदक विजेता दुती चंद ने 100 मीटर सेमीफाइनल में 11 .38 सेकेंड का समय लिया। वह विश्व चैंपियनशिप का 11 .24 सेकेंड के क्वालीफाइंग स्तर हासिल करने में नाकाम रही। शुक्रवार को महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाली अंजलि देवी को छोड़कर कोई भी इस चार दिवसीय चैंपियनशिप के दौरानविश्व चैंपियनशिप के लिय तय मानक को हासिल नहीं कर सका। अंजलि को सर्वश्रेष्ठ महिला एथलीट चुना गया, जबकि 400 मीटर बाधा दौड़ जीतने वाली ईरान के माहदी पिरिजाहन को सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट चुना गया। केरल को इस प्रतियोगिता के पुरुष और महिला वर्ग में चैंपियन के साथ समग्र चैंपियन घोषित किया गया।