By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 01, 2020
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ हाल में हुई अपनी बैठकों से उत्पन्न ‘‘भ्रम’’ को दूर करने का प्रयास करते हुए रविवार को राजग के एकजुट होने पर जोर दिया जिसका जदयू हिस्सा है। कुमार ने यहां जदयू के ‘कार्यकर्ता सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए इस बात को रेखांकित किया कि राज्य विधानसभा ने एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, सीएए पर ‘‘धैर्य’’ रखा जाना चाहिए और जब तक मामला अदालत में है,‘‘विवादों’’ से बचा जाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: राज्यसभा की राह देख रहे कांग्रेस नेताओं की फेहरिस्त लंबी, लेकिन सीटें सीमित
उन्होंने जदयू कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि ‘‘संकल्प लें कि यह सुनिश्चित करेंगे कि बिहार विधानसभा चुनाव में राजग 200 से अधिक सीटें जीतेगा।’’ कुमार ने साथ ही 1989 के भागलपुर दंगों को लेकर कांग्रेस...राजद गठबंधन को आड़े हाथ लिया और उल्लेख किया कि उनकी सरकार के 2005 में सत्ता में आने के बाद ही ऐसा हुआ कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया गया और पीड़ितों को न्याय मिला।