जयपुर।
राजस्थान के मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत ने
बसपा के छह विधायकों के
कांग्रेस में विलय पर सवाल उठाने के लिए
भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि इससे भाजपा का दोहरा चेहरा सामने आ गया है। गहलोत ने सवाल किया है कि ‘‘चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया?’’ गहलोत ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘भाजपा ने तेलुगु देशम पार्टी के चार सांसदों को राज्यसभा के अंदर रातों रात विलय करवा दिया। वह विलय तो सही है और राजस्थान में बसपा के छह विधायकों का कांग्रेस में विलय गलत है। तो फिर भाजपा का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया, मैं पूछना चाहता हूं? राज्यसभा में विलय हो वो सही है और यहां हो तो वह गलत है?’’
मुख्यमंत्री ने एक और ट्वीट में कहा, ‘‘गोवा में भाजपा ने कांग्रेस के 15 में से 10 विधायक दो तिहाई के आधार पर ले लिए। तेदेपा के चार सांसदों का राज्यसभा के अंदर भाजपा में विलय हो गया। राजस्थान में बसपा के छह के छह विधायक, पूरी पार्टी कांग्रेस में वियल कर गयी है। जब भाजपा का विलय सही तो यहां विलय गलत कैसे? इसे क्या कहोगे?’’ उल्लेखनीय है कि गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा था कि राजस्थान में बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर बसपा प्रमुख मायावती भाजपा के इशारे पर बयानबाजी कर रही हैं।
गहलोत ने कहा, ‘‘... दो तिहाई बहुमत से कोई पार्टी टूट सकती है, अलग पार्टी बन सकती है... विलय कर सकती है दूसरी पार्टी में। यहां बसपा छह के छह विधायक मिल गये हैं तो ऐसे में मायावती की शिकायत वाजिब नहीं है क्योंकि अगर उनके दो विधायक अलग होते तो शिकायत हो सकती थी। उनके सभी छह विधायक स्वविवेक से हमारी पार्टी में शामिल हुए... उसके बाद कोई वाजिब शिकायत नहीं बनता।’’ गहलोत ने आगे कहा, ‘‘मेरा मानना है कि मायावती जो बयानबाजी कर रही हैं वह भाजपा के इशारे पर कर रही हैं।