By अनुराग गुप्ता | Apr 30, 2022
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एक पुराने बयान को लेकर उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल भाजपा/आरएसएस के सांप्रदायिक एजेंडे का विरोध क्यों नहीं कर रहे हैं ? उनकी सरकार और उनकी पार्टी दिल्ली में सांप्रदायिक सद्भाव के लिए सक्रिय रूप से काम क्यों नहीं कर रही है ?
दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल आरएसएस के प्लॉट का हिस्सा थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं अपने जीवन में कभी चुनाव नहीं लड़ूंगा। मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि अन्ना हजारे, केजरीवाल, प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव टीम की इच्छा के अनुसार लोकपाल लाया। केजरीवाल के अलावा वो लोग कहां हैं ? केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी द्वारा भ्रष्टाचार के कितने मामले लोकपाल को सौंपे गए हैं ? क्या इसका मतलब यह है कि अब कोई भ्रष्टाचार नहीं है ?
उन्होंने कहा कि मैंने साल 2012 में कहा था कि आरएसएस द्वारा लोकपाल आंदोलन की योजना बनाई गई थी ताकि लोगों का दिमाग बम विस्फोट के मामलों में आरएसएस कार्यकर्ताओं की संलिप्तता से हटाया जा सके। अरविंद केजरीवाल इस प्लॉट का हिस्सा थे। मैंने यह भी कहा था कि 'कांग्रेस मुक्त भारत' की उनकी योजना में आप आरएसएस की बी टीम है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर मुझे ठीक से याद है तो अरविंद केजरीवाल ने इस तथ्य को स्वीकार किया था कि वह आरएसएस के कार्यकर्ता थे और शाखाओं में शामिल हुए थे। अगर यह सच नहीं है तो उन्हें इसका खंडन करना चाहिए। मैं अपना बयान वापस ले लूंगा। अगर मेरा बयान सही है तो उन्हें इसे स्वीकार करने का साहस करना चाहिए।
दिग्विजय सिंह इतने में ही नहीं रुके उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर केजरीवाल को घेरा। उन्होंने कहा कि अब निम्नलिखित मुद्दों को देखें जिनका आम आदमी पार्टी ने संसद में मोदी सरकार का समर्थन किया है। सीएए और एनआरसी और शाहीन बाग आंदोलन का विरोध किया। कश्मीर पर अनुच्छेद 370 को हटाने का समर्थन किया। जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के विधेयक का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि क्या विरोधाभास है! वह दिल्ली के लिए और अधिक शक्तियों की मांग करते हैं लेकिन जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य से केंद्र शासित प्रदेश में बदलने के लिए संसद में मोदी सरकार का समर्थन करते हैं !!