चंडीगढ़ । आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज पंजाब में पार्टी विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक में कहा कि हर जिम्मेदारी अहम है। हमें सिर्फ जनता के लिए काम करना है। चुनावों में भारी बहुमत हासिल करने के बाद से अरविंद केजरीवाल की विधायकों के साथ यह पहली मुलाकात । बैठक को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि वह बहुत खुश और भावुक हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों द्वारा दिखाए गए प्यार को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों में भगवंत मान ने जो किया है वह अद्भुत है।
उन्होंने विधायकों से कहा कि वे कभी भी अहंकारी न हों और साथ ही लोगों को गाली न दें। साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ विधायक मंत्री नहीं बनने से दुखी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केवल भगवंत मान ही मंत्रियों को निशाना बनाएंगे। मैं आप सबका बड़ा भाई हूं, आपको गाइड करूंगा। सबको जिम्मेदारियां मिलेंगी। छोटी हो या बड़ी, हर जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने विधायकों से कहा कि आप साधारण लोग हैं। कभी घमंड मत करना। विधायक रहते ऐसा काम करें कि आपकी ख्याति फैले। उन्होंने कहा कि जनता सर्वोपरि है। पूर्व सरकारों पर तंज कसते हुए केजरीवाल ने कहा कि पहले के लोग खुद को पैदायशी मुख्यमंत्री समझते थे, उन्हें जनता ने जवाब दिया। लोगों के काम कराने के लिए मंत्रियों से मिलें, लेकिन थानेदार और एसपी की पोस्टिंग करवाने न जाएं। भगवंत मान अपने हिसाब से अच्छे अफसरों की पोस्टिंग करें।
आप प्रमुख ने कहा कि मान ने जिस तरह से भ्रष्टाचार विरोधी कार्रवाई करने की घोषणा की है उससे भ्रष्टाचार का खात्मा शुरू हो गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि 25,000 सरकारी नौकरियों की घोषणा से युवाओं में विश्वास पैदा हुआ है ।
इससे पहले बैठक को संबोधित करते हुए भगवंत मान ने विधायकों से बिना किसी भेदभाव के काम करने को कहा। यह मत सोचो कि किसने उन्हें वोट दिया और किसने नहीं। मान ने विधायकों से बदला लेने के लिए कार्रवाई नहीं करने को कहा। पंजाब की जनता ने आप को डराने-धमकाने के लिए नहीं बल्कि विकास के लिए चुना है।
आम आदमी पार्टी को अब पंजाब में नई सरकार बनने के बाद दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल की व्यक्तिगत छवि की भी चिंता है। पंजाब में अच्छा काम हुआ तो केजरीवाल का दिल्ली गवर्नेंस मॉडल का प्रभाव दूसरे राज्यों में फैलेगा। जिसका चुनावी लाभ मिलेगा और AAP राष्ट्रीय पार्टी का रूप लेती जाएगी। वहीं इससे लोग केजरीवाल के नाम पर समर्थन भी देंगे।अगर पंजाब में सरकार फेल रही तो फिर इससे यह संदेश जाएगा कि केजरीवाल के अलावा पार्टी कहीं कामयाब नहीं हो सकती। यह इसलिए भी अहम है क्योंकि आप को पंजाब पूर्ण राज्य के तौर पर मिला है। यही वजह है कि केजरीवाल पार्टी फ्रंट पर अब विधायकों को साधकर साथ रखेंगे।