By रितिका कमठान | Jun 02, 2024
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अंतिम जमानत की मियाद खत्म हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आपको तिहाड़ जेल में खुद को सरेंडर करना होगा। अंतिम जमानत की अवधि खत्म होने के बाद अरविंद केजरीवाल को रविवार को तिहाड़ जेल में वापस लौटना होगा। इससे पहले उन्हें कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है जिस कारण अब उन्हें जेल में सरेंडर करना होगा।
बता दें कि बीते 21 दिनों से लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार करने के लिए अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर थे। 10 में को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत को मंजूरी दी थी। अरविंद केजरीवाल ने मेडिकल आधार पर हफ्ते भर की और मोहल्ला से देने की मांग की मगर ट्रायल कोर्ट ने उनकी याचिका पर आदेश 5 जून तक के लिए सुरक्षित रख लिया था।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल से रिहाई 55 दिनों के बाद मिली थी। 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से पहले वह 10 दिनों तक परिवर्तन निदेशालय की हिरासत में रहे थे। उसके बाद 1 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें न्याय हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा था। अरविंद केजरीवाल ने 39 दिन तिहाड़ जेल में बिताए थे। अब एक बार फिर से उन्हें तिहाड़ जेल में सरेंडर करना होगा।
दोपहर तीन बजे तिहाड़ जाएंगे केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वो जेल अधिकारियों के समक्ष दो जून को दोपहर तीन बजे सरेंडर करेंगे। वो दो बजे अपने सिविल लाइंस स्थित आवास से निकलेंगे। इसके बाद राजघाट में हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे। इसके बाद आम आदमी पार्टी के मुख्यालय जाएंगे। यहां अरविंद केजरीवाल पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे। आम आदमी पार्टी के मुख्यालय से वो तिहाड़ जेल में सरेंडर करेंगे।
चुनाव प्रचार के लिए तीन सप्ताह की अस्थायी जमानत समाप्त होने के साथ आप संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को वापस तिहाड़ जेल जाएंगे क्योंकि यहां की एक अदालत ने चिकित्सा केजरीवाल ने अपने निर्धारित आत्मसमर्पण से एक दिन पहले शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में भाग लेने से पूर्व अपने आवास पर आप की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक की। कैबिनेट मंत्री आतिशी, राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और संजय सिंह तथा विधायक दुर्गेश पाठक सहित प्रमुख आप नेताओं ने इस बैठक में भाग लिया। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी अनुपस्थिति में पार्टी नेताओं के बीच एकता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। सूत्रों ने कहा कि इस बात पर भी जोर दिया गया कि केजरीवाल मुख्यमंत्री बने रहेंगे और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल पार्टी नेताओं, स्वयंसेवकों और दिल्ली के लोगों को अपना संदेश देना जारी रखेंगी। केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा 10 मई को दी गई अंतरिम जमानत पर एक जून तक के लिए जेल से रिहा किया गया था।
केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि वह जेल अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए दो जून को अपराह्न तीन बजे के आसपास घर से निकलेंगे। मुख्यमंत्री ने पहले कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में दी गई अंतरिम जमानत को सात दिन के लिए बढ़ाने की मांग करते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया था। हालाँकि, शीर्ष अदालत की रजिस्ट्री ने बुधवार को उनकी याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया। इस याचिका में केजरीवाल ने गुहार लगाई थी कि उन्हें चिकित्सा परीक्षण कराने के लिए समय चाहिए क्योंकि उनका वजन कम हो रहा है और कीटोन का स्तर उच्च है। इसके बाद उन्होंने चिकित्सा आधार पर अंतरिम जमानत की मांग करते हुए विशेष सीबीआई-ईडी अदालत का रुख किया। शनिवार को उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत ने अपना आदेश पांच जून के लिए सुरक्षित रख लिया।