मुंबई। शाहरूख खान, बाबूराव पेंटर, एमएफ हुसैन सहित कई लोगों की कलाकृतियां, फिल्मों के बैनर-होर्डिंग सहित 1950 के दशक के बाद की विंटेज तस्वीरों को यहां महीने के अंत में नीलामी के लिए रखा जाएगा। ओसियन के ‘द ग्रेटेस्ट इंडियन शो ऑन अर्थ 2: विंटेज फिल्म मेमोराबिलिया, पब्लिसिटी मैटेरियल्स एंड आर्ट्स ऑक्शन’ का आयोजन 22 जून को किया जाएगा। यहां सत्यजीत रे, मणि कौल और दीप्ति नवल की मूल कलाकृतियां भी होंगी। प्रसिद्ध अभिनेता दिलीप कुमार भी उनकी फिल्म ‘मुगले आजम’ की पृष्ठभूमि में केंद्र में रहेंगे। यहां ‘बॉबी, ‘दीवार’ और अन्य फिल्मों की विशेष ट्रॉफियों से लेकर ‘अंदाज’, ‘अनाड़ी’, ‘गाइड’, ‘दीवार’ जैसी लोकप्रिय फिल्मों की वास्तविक प्रचार वाली चीजें भी मौजूद होंगी।
यहां भारतीय सिनेमा के प्रथम परिवार कपूर खानदान को भी केंद्र में रखा जाएगा। इसके अलावा 1950 के सुनहरे दशक से लेकर अमिताभ बच्चन के समय तक और सलमान, शाहरख एवं आमिर के जमाने तक के भारतीय सिनेमा के दुर्लभ पोस्टर, शोकार्ड, लॉबी कार्ड और तस्वीरें मौजूद होंगी। आयोजकों के मुताबिक भारतीय फिल्मों की यादगार वस्तुओं का बाजार बढ़ा है। यद्यपि फिल्म बिरादरी में इन चीजों के संरक्षण को लेकर सामूहिक रूप से गतिविधियां पैदा हों, उससे पहले बहुत लंबा रास्ता तय करना बाकी है।