नयी दिल्ली। अर्जुन तेंदुलकर को अपने मशहूर उपनाम से जुड़ी उम्मीदों के बारे में पता है लेकिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर चाहते है कि क्रिकेट में उभर रहा उनके बेटे के पास ‘‘हर सुबह उठकर अपने लक्ष्य का पीछा करने का कारण होना चाहिये’’ चाहे जैसे भी हालात हो। बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्जुन मुंबई अंडर-19 का प्रतिनिधित्व करने के बाद भारत के लिए अंडर-19 स्तर पर दो टेस्ट मैच खेले है।
इसे भी पढ़ें: विश्व कप से पहले कार्यभार की चिंता किये बिना अधिकतम क्रिकेट खेले: गांगुली
वह ‘टी20 मुंबई’ के दूसरे सत्र में नीलामी के लिए मौजूद रहेंगे। सीनियर स्तर पर यह उनका पहला टूर्नामेंट होगा। तेंदुलकर से जब पूछा गया कि क्या सीनियर स्तर पर करियर शुरू करने का यह सही तरीका होगा तो उन्होंने कहा कि यह ऐसा मौका है जिसका अर्जुन को फायदा उठाना होगा। तेदुलकर ने मंगलवार को कहा, ‘‘यह ऐसा मंच है जहां मुझे लगता है कि लोग आप पर और आपके खेल पर नजर रखेंगे। अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते है तो आप दुनिया के शिखर पर होंगे।
इसे भी पढ़ें: विजय शंकर को चौथे नंबर पर उतार सकता है भारतीय टीम प्रबंधन
तेंदुलकर को हालांकि लगता है कि अगर अर्जुन को अगर सफलता नहीं मिलती है तो उनके लिए मौके खत्म नहीं होंगे। इससे वह और मजबूत बनेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे लिये यह जरूरी है कि वह क्रिकेट को लेकर जूनूनी रहे और इस खेल से उसका लगाव बना रहे। इस दौरान अच्छा और बुरा दौर आएगा। उसके पास हर सुबह अपने सपनों के पीछे भागने की वजह होनी चाहिए।’’