चिलचिलाती गर्मी की वजह से आपको भी हो रही हैं बेचैनी जैसी समस्याएं, तो आज ही ट्राई करें यह 'Miracle Tea'

By एकता | May 04, 2022

हर बढ़ते दिन के साथ गर्मी बढ़ती जा रही है। इस चिलचिलाती गर्मी की वजह से लोगों को सिरदर्द, पेटदर्द और बेचैनी जैसी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं से बचने के लिए विशेषज्ञ लोगों को हाइड्रेट रहने की सलाह दे रहे हैं। लोग खुद को हाइड्रेट रखने के लिए कई तरह की ठंडी ड्रिंक्स पीते रहते हैं। लेकिन आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. दीक्सा भावसार ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया पर एक मिरेकल टी की वीडियो शेयर की है। मिरेकल टी की वीडियो शेयर करते हुए डॉ. दीक्सा भावसार ने कैप्शन में इसको बनाने का तरीका बताया और साथ उन्होंने इसके फायदे भी बताएं। यह मिरेकल टी गर्मियों के मौसम में आपको हाइड्रेट रखेगी और अन्य समस्याओं से भी राहत दिलाने में मदद करेगी।

 

इसे भी पढ़ें: बढ़ती गर्मी से स्कूल जाने वाले बच्चों को हो सकती है गंभीर बीमारियां, तप्ती धूप से ऐसे करें उनका बचाव


ऐसे बनायें ये मिरेकल टी

इस मिरेकल टी को बनाने के लिए आपको पुदीना, जीरा और धनिये की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले एक गिलास पानी को गर्म करने के लिए रखें। पानी हल्का गर्म होने के बाद इसमें 5-7 पुदीने के पत्ते, 1 छोटा चम्मच जीरा और 1 बड़ा चम्मच धनिया डालें। अब पानी को पांच से सात मिनट के लिए उबलने दें और इसके बाद चाय को छान लें। आपकी चाय बनकर तैयार है। गुनगुना होने के बाद ही इस चाय का सेवन करें।

 

इसे भी पढ़ें: बढ़ती गर्मी में इस तरह के खाने से बढ़ता है पित्त दोष, जानिए इसे संतुलित करने के आसान उपाय


कब करें इसका सेवन

- सुबह खाली पेट

- भोजन से आधा घंटा पहले या बाद में

- जब आप ब्लोटिंग या हैवी महसूस करें

 

इसे भी पढ़ें: गर्मियों में मौसम में करें इन ड्रिंक्स का सेवन, मिलेगा ठंडा-ठंडा एहसास और रहेंगे हाइड्रेटेड


डॉ. दीक्सा भावसार ने बताया कि इस मिरेकल टी को परिवार के सभी लोग किसी भी मौसम में पी सकते हैं। माइग्रेन, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, थायराइड, अम्लता, गैस्ट्रिक परेशानी, हार्मोन असंतुलन, कब्ज आदि से पीड़ित लोगों को यह चाय काफी फायदा पहुँचाती है।

 

इसे भी पढ़ें: बढ़ते तापमान की वजह से झेलनी पड़ सकती है कई गंभीर समस्याएं, ऐसे करें गर्मी से अपना बचाव


- पुदीना की तासीर ठंडी होती है और यह सर्दी/खांसी, एसिडिटी, गैस, सूजन, अपच, सिरदर्द, डिटॉक्स, मुंहासे, साइनसाइटिस, कब्ज और अन्य समस्याओं में फायदा देता है।

- जीरे की तासीर गर्म होती है यह स्वाद में सुधार करता है, पाचन अग्नि को उत्तेजित करता है और पाचन को बढ़ावा देता है। यह कफ और वात को भी कम करता है।

- धनिये की तासीर ठंडी होती है और यह पचने में आसान होता है। इसमें मधुरा विपाक है और यह सभी 3 दोषों (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करता है।


प्रमुख खबरें

Jammu-Kashmir के पुंछ जिले में बड़ा हादसा, खाई में गिरी सेना की गाड़ी, 5 जवानों की मौत

हाजिर हों... असदुद्दीन ओवैसी को कोर्ट ने जारी किया नोटिस, सात जनवरी को पेश होने का आदेश, जानें मामला

An Unforgettable Love Story: अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर विशेष

आरक्षण के मुद्दे का समाधान करें, अदालत पर इसे छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण : Mehbooba Mufti