पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज या पीसीओडी, एक चिकित्सीय स्थिति है जिसमें एक महिला के अंडाशय अपरिपक्व या आंशिक रूप से परिपक्व अंडे का उत्पादन करते हैं जो यह सिस्ट बनाते हैं। इससे अंडाशय बड़े हो जाते हैं और एण्ड्रोजन या पुरुष हार्मोन में वृद्धि होती है, जो मासिक धर्म चक्र को बाधित करती है और अनियमित मासिक धर्म, वजन बढ़ना, बालों का पतला होना और बांझपन जैसे लक्षण पैदा कर सकती है। यदि आप सही डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ पीसीओडी का मैनेज कर सकते हैं।
पीसीओडी के लक्षण
जिन महिलओं को पीसीओडी होता है उनको इन लक्षणों पर ध्यान देना काफी जरुरी है। आप इन लक्षणों को महसूस करते हैं, तो आप भी पीसीओडी से पीड़ित हो सकती है। इसमें अनियमित मासिक धर्म, मुंहासे और अत्यधिक बाल बढ़ने जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। इसके विपरीत, कई लोगों को कोई समस्या नज़र नहीं आती, बाद में अक्सर महत्वपूर्ण वजन बढ़ने या गर्भधारण करने में कठिनाइयों का अनुभव होती है। वहीं, ये लक्षण देखने को मिलते हैं-
-मासिक धर्म अनियमित होना
- मासिक धर्म का न आना या न होना (अमेनोरिया)
- मेनोरेजिया या भारी मासिक धर्म रक्तस्राव
- चेहरे और शरीर पर बालों का अत्यधिक बढ़ना, विशेष रूप से पीठ, पेट और छाती पर
-चेहरे, ऊपरी पीठ और छाती पर मुंहासे
- अचानक वजन बढ़ना
- बालों का झड़ना
पीसीओडी के लक्षणों को दूर करने के लिए ये 3 टिप्स फॉलो करें
फाइबर रिच डाइट लें
न्यूट्रिशन एक्सपर्ट के अनुसार अनुसार, हर दिन उच्च फाइबर वाला आहार लेना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इंसुलिन प्रतिरोध को नियंत्रित करने और रक्तचाप को स्थिर करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, यह सीधे शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करता है, जो पीसीओडी के लक्षणों के इलाज में सहायता कर सकता है।
एक फिटनेस आहार का ही सेवन करें
पीसीओडी रोगियों को नियमित रुप से आहार बनाए रखना महत्वपूर्ण है। ह्रदय संबंधी व्यायाम और कठिन एक्सरसाइज कर सकते हैं। हार्मोनल संतुलन प्रभावित होता है, और जब शरीर पतला होता है और अधिक मांसपेशियां होती हैं तो पीसीओडी के लक्षण कम हो जाते हैं।
ऐसे फूड्स का सेवन करें जो सूजन को कम करते हैं
रोजाना अपने आहार में सूजन को कम करने वाली वस्तुओं को शामिल करें। आप दैनिक आहार में एवोकैडो, जामुन, नट और सीड्स, फलियां और जैतून का तेल जैसे खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं। ये भोजन पीसीओडी के लक्षणों को कम करने और शरीर में सूजन को नियंत्रित करने में सहायता करते हैं।