By रितिका कमठान | Oct 25, 2022
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री अब ऋषि सुनक बनाए गए है। भारत और दुनियाभर में बसे भारतीयों के लिए ये एक गौरव का पल है। भारतीय मूल के व्यक्ति का विदेशों में अहम पदों पर होना बेहद लाभकारी होता है। दुनिया भर में कई ऐसे नेता हैं जो भारतीय मूल के हैं। आइए जानते हैं ऐसे नेताओं के बारे में-
प्रविंद कुमार जगन्नाथ
प्रविंद कुमार जगन्नाथ को विपक्ष के नेता सहित कैबिनेट में कई प्रमुख पदों पर रह चुके है। वो वर्तमान में मॉरीशस के प्रधानमंत्री चुने गये है। ला कैवर्ने में एक भारतीय परिवार में पैदा हुए अनुभवी राजनेता, मिलिटेंट सोशलिस्ट मूवमेंट (एमएसएम) पार्टी के नेता भी हैं।
कमला हैरिस
कमला हैरिस वर्तमान में अमेरिका की उपराष्ट्रपति है। डेमोक्रेटिक पार्टी से संबंधित राजनेता 2011 से 2017 तक कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल के रूप में सेवा करने के बाद देश के इतिहास में पहली महिला उपाध्यक्ष बनीं। 57 वर्षीय कमला भारत के तमिलनाडु़ से ताल्लुक रखती है। वो वर्ष 2021 में अमेरिका की उपराष्ट्रपति बनी थी।
एसआर नाथन
सेल्लापन रामनाथन (एसआर नाथन) सिंगापुर के पूर्व राष्ट्रपति थे। भारतीय मूल के राजनेता ने 1999 और 2011 के बीच सिंगापुर सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ के रूप में भी काम किया। देश के इतिहास में सबसे लंबे समय तक राष्ट्रपति रहे। 2016 में 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।
लियो वराडकर
लियो वराडकर आयरलैंड में भारतीय मूल के नेता हैं वो वर्ष 2017 से ही अहम पद संभाल रहे है। वो वर्ष 2017 से से 2020 तक आयरलैंड गणराज्य के ताओसीच और रक्षा मंत्री थे। वर्तमान में सरकार में उद्यम, व्यापार और रोजगार मंत्री का पद संभाल रहे है। बता दें कि लियो का जन्म डबलिन में हुआ और उनके पिता का जन्म मुंबई में हुआ था।
एंटोनियो कोस्टा
एंटोनियो कोस्टा पुर्तगाल के वर्तमान प्रधान मंत्री हैं और वह 2022 में अपना नवीनतम चुनाव जीतने के बाद अपने तीसरे कार्यकाल की सेवा कर रहे हैं। पुर्तगाल में सोशलिस्ट पार्टी के नेता एंटोनियो पुर्तगाली और गोवा से है। वो पुर्तगाल में संसदीय मामलों के राज्य सचिव, न्याय मंत्री और लिस्बन के मेयर के रूप में काम कर चुके है।
महेंद्र पाल चौधरी
महेंद्र पाल चौधरी फिजी लेबर पार्टी के पूर्व नेता हैं जो 1999 में देश के पहले इंडो-फिजियन प्रधानमंत्री बने। चौधरी का परिवार भारतीय राज्य हरियाणा के रोहतक जिले से है। महेंद्र पॉल चौधरी के दादा राम नाथ चौधरी 1902 में गन्ने के बागानों में काम करने के लिए फिजी आए थे।
चंद्रिकापरसाद "चान" संतोखी
चंद्रिकापरसाद "चान" संतोखी एक पूर्व पुलिस अधिकारी थे जिन्होंने राजनीति का रास्ता चुना। वो वर्ष 2020 में सूरीनेम के राष्ट्रपति चुने गए। 63 वर्षीय संतोखी एक इंडो-सूरीनामी हिंदू परिवार में पैदा हुए थे जो प्रोग्रेसिव रिफॉर्म पार्टी के नेता हैं। वर्ष 2005 और 2010 के बीच संतोखी न्याय और पुलिस मंत्री के रूप में कार्य कर चुके है। 2020 में, वह एकमात्र नामांकित व्यक्ति होने के बाद देश के नौवें राष्ट्रपति बने।