पश्चिम बंगाल में भाजपा को एक और बड़ा झटका, विधायक कृष्ण कल्याणी ने पार्टी को कहा बाय-बाय

By अंकित सिंह | Oct 01, 2021

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के लिए लगातार परिस्थितियां बदलती जा रही है। एक तरफ चुनाव से पहले जिस तरीके से तृणमूल कांग्रेस में भगदड़ सी मची थी, ठीक वैसी ही हालत अब भाजपा की हो चुकी है। भाजपा के कई बड़े नेता पार्टी का दामन छोड़कर तृणमुल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। तो वहीं कई औक के भी जाने की आशंका लगातार जताई जा रही है। इन सबके बीच पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। भाजपा के रायगंज से विधायक कृष्ण कल्याणी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। 

 

इसे भी पढ़ें: बंगाल में भबानीपुर और दो अन्य सीटों पर कड़ी सुरक्षा और बारिश के बीच आज उपचुनाव


यह रहा कारण

बताया जा रहा है कि भाजपा जिला अध्यक्ष वासुदेव सरकार से कृष्ण कल्याणी का विवाद हो गया था। इसके बाद से कृष्ण कल्याणी ने पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होने से इनकार कर दिया था। इन सबके बीच भाजपा की ओर से एक दिन पहले ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। यह नोटिस रायगंज से भाजपा सांसद देबाश्री चौधरी के खिलाफ उनकी बयानबाजी को लेकर भेजा गया था। नोटिस का जवाब देने से पहले ही कृष्ण कल्याणी ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अब तक किया खुलासा नहीं हुआ है कि वह किस पार्टी में शामिल होंगे। 

 

इसे भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल की तीनों सीटों पर सम्पन्न हुआ उपचुनाव, भवानीपुर में भिड़े भाजपा और TMC समर्थक


कई झटके लग चुके हैं

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा को करारी शिकस्त दी थी। भाजपा महज 77 सीट जीत पाने में ही कामयाब हो पाई। भाजपा के कई बड़े नेता तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं जिसमें बाबुल सुप्रियो और मुकुल रॉय जैसे नेताओं का नाम शामिल है। कई ऐसे नेता भी टीएमसी में शामिल हो चुके हैं जो चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। हाल में ही भाजपा ने राज्य में संगठन में बड़ा परिवर्तन करते हुए दिलीप घोष की जगह सुकांता मजूमदार को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। 

 

प्रमुख खबरें

Baba Siddique murder case: मुंबई क्राइम ब्रांच का एक्शन, एक और आरोपी सुमित वाघ

मणिपुर हिंसा पर सरकार का बड़ा एक्शन, तैनात होंगे 10,000 अतिरिक्त सैनिक, शांति बहाल की कोशिश जारी

PM security breach: सुरक्षा चूक मामले में अब सुप्रीम कोर्ट ने कौन सी याचिका कर दी खारिज? क्या है पूरा मामला

चुनावी नजीतों से पहले हाई अलर्ट में कांग्रेस, झारखंड और महाराष्ट्र के नियुक्ति किये ऑर्ब्जवर