By अभिनय आकाश | Oct 11, 2022
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने केंद्र सरकार से अपील की थी कि वह हिंदी की शुरुआत करके एक और भाषा युद्ध के लिए मजबूर न करें। उन्होंने यह भी सवाल किया कि केवल हिंदी को आधिकारिक भाषा बनाने के लिए अमित शाह के नेतृत्व वाली समिति की सिफारिश करने की तात्कालिकता या आवश्यकता कहां से आई। ऐसे में तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के जवाब में बयान जारी किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने कहा है कि हम लोग तमिल भाषा को बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की तमिल भाषा पर अचानक हुए इस विचार पर क्या आपको हंसी आती है...? रोना..?मुझें नहीं पता।
अन्नामलाई ने डीएमके के द्रविड़ मॉडल की आलोचना करते हुए कहा कि जब भी डीएमके के खिलाफ लोगों में असंतोष की लहर होती है तो भाषा का मुद्दा उठाया जाता है। उस समय, उन्हें अंबुलिमामा जादू की कहानी पर विश्वास करने के लिए धोखा दिया गया था कि एक बुरी ताकत उत्तर में कहीं से आई थी और तमिल को नष्ट करने जा रही थी। इसके जरिए वे उस दौरान आसानी से लोगों को गुमराह करने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि इस युग में जहां सोशल मीडिया का प्रभाव अपने चरम पर है, लोगों को इतनी आसानी से धोखा नहीं दिया जा सकता।
अन्नामलाई ने कहा कि कैसे तमिल 1957 तक अमर रहे..! ऐसे में तमिल भाषा अपना ख्याल रखेगी, चिंता न करें। ऐसा मत सोचो कि तमिल भाषा केवल द्रमुक पर निर्भर है। जब तक आप इसे खराब नहीं करते। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम 1967 से सत्ता में है। तमिल भाषा के लिए क्या किया गया है। इसने एक ऐसे समाज का निर्माण किया है जो तमिल का एक भी शब्द नहीं पढ़ता और लिखना नहीं जानता। उन्होंने कहा कि इसने एक तमिल समाज बनाया है जो सोचता है कि तमिल में बोलना शर्म की बात है।