By रितिका कमठान | Dec 12, 2024
अनिल अंबानी की अगुवाई में रिलायंस पावर की सहायक कंपनी को बड़ी सफलता मिली है। तमाम रुकावटों के बावजूद रिलायंस पावर की सहायक कंपनी को सोल और बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट मिला है। रिलायंस पॉवर की सब्सिड्री रिलायंस एनयू सनटेक को मिला है। ये प्रोजेक्ट सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने दिया है।
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से मिली थी राहत
बता दें कि कुछ समय पहले ही सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने रिलायंस पावर को राहत दी थी। सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से रिलायंस पॉवर को नोटिस जारी किया गया था जो वापस लिया जा चुका है। रिलायंस पॉवर और उसकी सहायक कंपनियां सभी कॉर्पोरेशन टेंडर में हिस्सा लेने के योग्य हो गई है।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट की मानें तो रिालयंस एनयू सनटेक 930 मेगावॉट सोलर एनर्जी और बैटरी स्टोरेज सिस्टम का कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर चुका है। इस प्रोजेक्ट के जरिए न्यूनतम बैटरी स्टोरेज क्षमता स्थापित की जानी है। ये क्षमता 465 मेगावॉट/1,860 मेगावॉट घंटा की है। सोलर पॉवर के जरिए ये चार्ज होगा। कंपनी के इस प्रोजेक्ट के लिए टैरिफ 3.53 रुपये प्रति यूनिट के तौर पर हासिल हुआ है।
जानें प्रोजेक्ट की खासियत
रिलायंस एनयू सनटेक इस प्रोजेक्ट का विकास 'बिल्ड-ओन-ऑपरेट' मॉडल के तर्ज पर करेगी। बता दें कि इस प्रोजेक्ट के जरिए पीव पॉवर सप्लाई की गांरटी होगी वो भी पूरे चार घंटों के लिए। इस प्रोजेक्ट के साथ ही सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का 25 वर्ष का एग्रीमेंट होगा। इस एग्रीमेंट के जरिए ये सोलर ऊर्जा भारत के विभिन्न कंपनियों को बेची जाएगी।
शेयर बाजार में कंपनी का प्रदर्शन
रिलायंस पावर के शेयर 44.04 रुपये प्रति शेयर के रेट पर बंद हुए है। बता दें कि बीते सप्ताह इसके शेयर में सात फीसदी का उछाल आया था।