By रेनू तिवारी | Jul 09, 2020
मुंबई। साल 2020 पूरी दुनिया के लिए काफा भयानक रहा है। शायद आने वाले समय में सब कुछ ठीक भी हो जाए लेकिन भारतीय सिनेमा के लिए 2020 काले साल के तौर पर इतिहास में दर्ज हो जाएगा। भारतीय सिनेमा ने इस साल अपने कई दिग्गज कलाकारों को खोया हैं। 2020 में इरफान खान, ऋषि कपूर, वाजिद खान, सरोज खान, सुशांत सिंह राजपूत, जगदीप सहित इंडस्ट्री ने कई कलाकारों को खोया हैं। महान कलाकार सूरमा भोपाली के नाम से मशहूर जगदीप का बुद्धवार की रात को निधन हो गया। जगदीप के जाने से ब्लैक एंड वाइट सिनेमा का अंत हो गया।
जगदीप ने अपने अभिनय से हमेशा दर्शकों के चेहरे पर हंसी ले आते थे। जिस फिल्म में जगदीप होते वो जब भी पर्दे पर आते लोगों का भरपूर मनोरंजन करके ही जाते थे। सूरमा भोपाली के नाम से मशहूर हुए जगदीप के साथ बच्चन ने ‘शोले’ और ‘शहंशाह’ फिल्म में काम किया था। अपने साथी को याद करते हुए अमिताभ बच्चन भावुक हो गये। दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने बृहस्पतिवार को कहा कि अभिनेता और हास्य कलाकार जगदीप के निधन के बाद फिल्म जगत ने ‘एक और हीरा’ खो दिया।
उन्होंने दिवंगत कलाकार को सरल व्यक्ति बताते हुए कहा कि उन्हें लाखों लोगों का प्यार मिला। बच्चन ने कहा कि जगदीप ने अभिनय का ‘एक अलग ही अपना रूप’ तैयार किया था। बच्चन ने अपने ब्लॉग पर लिखा, ‘‘ कल रात हमने एक अन्य हीरा…जगदीप… खो दिया…बेहतरीन हास्य अभिनय की लंबी फेहरिस्त में शामिल कलाकार का निधन हो गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अभिनेता ने अभिनय का अपना एक अलग ही रूप बनाया था…मुझे कई फिल्मों में उनके साथ काम करने कासम्मान मिला था…इनमें से दर्शकों के हवाले से सबसे महत्वपूर्ण ‘शोले’ और ‘शहंशाह’ है।’’
जगदीप के निर्देशन में 1988 में बनी फिल्म ‘सूरमा भोपाली’ में बच्चन अतिथि कलाकर थे। जॉनी वॉकर और महमूद की परंपरा के कलाकार रहे जगदीप ने ‘दो बीघा जमीन’, ‘आर-पार’, ‘खिलौना’ समेत 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। जगदीप का वास्तविक नाम सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी था और उन्होंने सिनेमा की दुनिया में बाल कलाकार के रूप में अपनी शुरुआत ‘ अफसाना’ फिल्म से की थी और इसके बाद वह ‘भाभी’ और ‘बरखा’ जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका में सामने आए। इसके बाद शम्मी कपूर अभिनीत फिल्म ‘ब्रह्मचारी’ से हास्य कलाकार के रूप में दर्शकों के सामने आए। उन्होंने कहा, ‘‘ फिल्मी दुनिया के लिए अपना नाम जगदीप करना एक ऐसा सुंदर तथ्य है जो देश की विविधता में एकता को दिखाता है। उस जमाने में कई ऐसे अभिनेता हुए जिन्होंने यही किया - उनमें दिलीप कुमार, मधुबाला, मीना कुमारी, अमजद खान के पिता जयंत समेत अन्य शामिल हैं।