By अंकित सिंह | Feb 22, 2023
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह लगातार चुनावी राज्यों का दौरा कर रहे हैं। चुनावी राज्यों में भाजपा संगठन को एकजुट रखना और कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करना पार्टी की पहली प्राथमिकता है। और यही कारण है कि अमित शाह लगातार चुनावी राज्यों का दौरा कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 23 फरवरी को अमित शाह चुनावी राज्य कर्नाटक दौरे पर जाएंगे। कर्नाटक में वह कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इसके बाद वह 24 फरवरी को मध्यप्रदेश पहुंचेंगे। मध्यप्रदेश में भी अमित शाह के कई कार्यक्रम है। मध्य प्रदेश का दौरा खत्म करने के बाद अमित शाह सीधे बिहार पहुंचेंगे। बिहार के बाल्मीकि नगर और पटना में भी अमित शाह के कई कार्यक्रम हैं। इसके अलावा इन राज्यों में भाजपा संगठन के नेताओं से भी अमित शाह बैठक करेंगे। अमित शाह पार्टी नेताओं के साथ बैठक के दौरान आगामी रणनीति पर भी चर्चा करेंगे।
अमित शाह के कर्नाटक दौरे की बात करें तो वह 23 फरवरी को बेल्लारी और संदूर में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। अमित शाह इन रैलियों के जरिए आगामी चुनाव को लेकर पार्टी का एजेंडा लोगों के समक्ष रखेंगे। अमित शाह की इस रैली में भाजपा के कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। आपको बता दें कर्नाटक में अप्रैल-मई में विधानसभा के चुनाव होने हैं। कर्नाटक का दौरा खत्म कर 24 फरवरी को अमित शाह सीधे मैहर पहुंचेंगे। मैहर में वह शारदा माता का दर्शन भी करेंगे। मैहर के बाद अमित शाह सतना पहुंचेंगे, यहां भी कोल जाति महाकुंभ और माता शबरी जयंती कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि इन कार्यक्रमों में एक लाख से ज्यादा जनजातीय समुदाय के लोग शामिल होंगे। इन तमाम कार्यक्रमों को खत्म करने के बाद संगठन के नेताओं से अमित शाह की चर्चा होगी। मध्य प्रदेश में भी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं।
मध्य प्रदेश के बाद सीधे अमित शाह बिहार पहुंचेंगे। 25 फरवरी को बाल्मीकि नगर के लौरिया में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे नंदनगढ़ जाएंगे जहां बौद्ध स्पूत का दर्शन करेंगे। दोपहर बाद शाम में अमित शाह का पटना में कार्यक्रम है। वह स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती के मौके पर आयोजित किसान मजदूर समारोह में शामिल होंगे और संबोधन देंगे। देर रात अमित शाह भाजपा के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और आगामी दिनों के लिए रणनीति तय करेंगे। माना जा रहा है कि अमित शाह अपने दौरे के दौरान उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात कर सकते हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने हाल में ही जदयू से नाता तोड़ कर अपनी नई पार्टी बना ली है।