By अंकित सिंह | Nov 10, 2022
हिमाचल प्रदेश में भाजपा के समक्ष सत्ता बचानी एक बड़ी चुनौती है। यही कारण है कि भाजपा ने राज्य में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। 12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। आज प्रचार के आखिरी दिन हिमाचल प्रदेश में नेताओं की ओर से जमकर प्रचार किया गया था। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिमाचल प्रदेश में प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा और कहा कि वह एक लोकतांत्रिक पार्टी नहीं है। कांग्रेस परिवारिक पार्टी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को गौर से देखने पर क्या मां-बेटे के अलावा कुछ नजर आता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी मां-बेटा है। अमित शाह का निशाना सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ ही हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह पर था।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को दूरबीन लेकर बरीकी से देखिए तो मां-बेटे के अलावा कुछ और नजर आता है क्या? दिल्ली में भी मां-बेटा है और हिमाचल में मां-बेटा है। कांग्रेस पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी नहीं है ये परिवारवाद से जन्मी पार्टी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में जगह पाने के लिए राजा-रानी के घर में जन्म लेना पड़ता है। कांग्रेस पार्टी में आम युवाओं के लिए कोई जगह नहीं है। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने 60 साल शासन किया, गरीब के घर में न शौचालय बनवा पाए और न ही गैस सिलेंडर पहुंचा पाए। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने 10 करोड़ से ज्यादा गरीबों के घर में शौचालय बनवाया, 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को घर देने का काम किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र में 10 साल तक सोनिया-मनमोहन की सरकार चली, आए दिन पाकिस्तान के आलिया, मालिया, जमालिया घुस जाते थे और हमारे जवानों के सिर काट कर ले जाते थे लेकिन सोनिया-मनमोहन जी कुछ नहीं बोलते थे। उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी जी की सरकार आई, पाकिस्तान ने उरी और पुलवामा पर हमला किया, लेकिन वो भूल गए कि अब कांग्रेस की सरकार नहीं है, भाजपा की सरकार है। 10 दिन के अंदर पाकिस्तान के घर में घुस कर, हमारे जवानों ने एयरस्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकवादियों के परखच्चे उड़ा दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमने घोषणा पत्र में कॉमन सिविल कोड का वादा किया है। हिमाचल में भाजपा की सरकार बनते ही कॉमन सिविल कोड लेकर आएंगे। सेब की पैकेजिंग सामग्री पर लगने वाले जीएसटी को 12% तक सीमित किया जाएगा।