By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 29, 2019
अलिपुरद्वार (पश्चिम बंगाल)। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षियों के लिए देश महत्वपूर्ण नहीं है, आतंकवाद का सफाया महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि अपना वोट बैंक बचाना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्ता में आने पर भाजपा घुसपैठियों को ‘बाहर निकालने’ के लिए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करेगी। शाह ने यहां एक चुनानी रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि ममता दीदी ने मदरसे का बजट 4000 करोड़ रूपये कर दिया, इससे मुझे कोई तकलीफ नहीं है लेकिन बड़ी बात यह है कि पूरे बंगाल का उच्च शिक्षा का बजट इतना नहीं है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इनके पास बच्चों की इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिये पैसे नहीं हैं लेकिन मदरसों के लिये 4000 करोड़ रुपये है। उन्होंने जोर दिया कि ममता दीदी इमामों को मासिक भत्ता देती हैं लेकिन पुजारियों की बात चलती है तो इन्हें सांप सूंघ जाता है। उन्होंने जोर दिया कि तुष्टिकरण की नीति अब नहीं चलेगी।
शाह ने कहा कि उनकी पार्टी केन्द्र में सत्ता में आने पर घुसपैठियों को ‘बाहर निकालने’ के लिए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करेगी। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हिन्दू शरणार्थियों को प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। शाह ने कहा, ‘‘हम बंगाल में एनआरसी भी लाएंगे और सभी घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे। हम यह भी सुनिश्चत करेंगे कि हिन्दू शरणार्थियों को प्रताड़ित नहीं किया जाए। वे बहुत हद तक हमारे देश का हिस्सा हैं।’’ भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल में फिर से पूरी तरह से लोकतंत्र बहाली के लिए है। उन्होंने दावा किया, ‘‘तृणमूल कांग्रेस तीन टी - तृणमूल, टोल, टैक्स के लिए काम करती है। तृणकां सरकार के तहत बंगाल में गिरोह (उगाही समूह) पनप रहे हैं।’’
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पुलवामा के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमलों को लेकर सरकार से सवाल पूछने को लेकर विपक्षी नेताओं की आलोचना करते हुये शाह ने कहा कि केवल नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में चीन को डोकलाम मुद्दे पर और पाकिस्तान को आतंकवाद पर उचित जवाब दिया गया है। शाह ने कहा, ‘‘लेकिन विपक्षी नेता सरकार (हवाई हमले को लेकर) से सवाल पूछ रहे हैं। वे पाकिस्तान से बातचीत करना चाहते हैं। इस चुनाव में आपके पास दो रास्ते हैं। एक रास्ता आपको नरेन्द्र मोदी तक तो दूसरा ‘ठगबंधन’ (ठगों का एक गिरोह) ,जिसके नेता राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव हैं, तक ले जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षियों के लिए देश महत्वपूर्ण नहीं है, इनके लिए आतंकवाद का सफाया, देश की सुरक्षा महत्वपूर्ण नहीं है। इनके लिए घुसपैठिए महत्वपूर्ण है, इनका वोट बैंक बचना महत्वपूर्ण है।