By अंकित सिंह | Mar 31, 2019
उत्तर प्रदेश के नगीना में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आज मैं यहां जो माहौल देख रहा हूं। पूरे देश में इसी प्रकार का माहौल दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि नगीना वालों ने तो मोदी-मोदी के नारे लगाकर अपनी इच्छा बता दी कि मोदी जी ही देश के प्रधानमंत्री बनने चाहिए। लेकिन ये गठबंधन वाले किसे प्रधानमंत्री बनाएंगे? इनकी न कोई नीति हैं और न कोई रीति, ये तो केवल मोदी जी के डर से एक हुए हैं।
हिन्दू आतंकवाद को लेकर कांग्रेस को घेरते हुए शाह ने कहा कि विपक्ष के लोग तुष्टिकरण कि राजनीति करने से बाज नहीं आते, अभी कुछ दिन पहले पंचकूला की एक कोर्ट 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए ब्लास्ट पर फैसला दिया। उस समय की कांग्रेस सरकार ने कहा था कि समझौता एक्सप्रेस बलास्ट हिन्दू आतंकवाद का नमूना है। उन्होंने पूछा कि क्या कभी हिन्दू आतंकवादी हो सकता है क्या। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पूरी दुनिया में विश्व बंधुत्व का भाव बढ़ाने वाले हिन्दू समुदाय को आतंकवाद के साथ जोड़कर बदनाम करने का काम किया। हिन्दू कभी आतंकवादी हो सकता है क्या? शायद राहुल गांधी को नहीं पता कि हम तो चीटियों को भी आटा खिलने वाले लोग हैं, लोगों को कैसे मारेंगे। आतंकवाद को धर्म के साथ जोड़ने का पाप कांग्रेस ने किया। अपनी वोटबैंक की पॉलिटिक्स के लिए पूरी दुनिया में गौरवशाली हिन्दू समुदाय को बदनाम करने का पाप इन्होंने किया है
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गांधीनगर से चुनाव लड़ रहे शाह ने कहा कि उस वक़्त के गृहमंत्री चिदंबरम, सुशिल कुमार शिंदे और स्वयं राहुल गांधी स्वयं अमेरिकी राजदूत से बोले थे कि लश्कर ए तैयबा खतरा नहीं है बल्कि हिन्दू आतंकवाद खतरा है। हिन्दुओं को बदनाम करने के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को देश से मांफी मांगनी चाहिए