By टीम प्रभासाक्षी | Dec 20, 2021
रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र के दौरे पर थे। महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने शिवसेना पर जमकर निशाना साधा। गृह मंत्री ने महाराष्ट्र सरकार को तीन पहिए की सरकार बताया, उन्होंने कहा यह सरकार तीन पहिए की सरकार है यह मैंने पहले कहा था मगर अब मैं इसे बदल रहा हूं महाराष्ट्र की सरकार तीन पहियों की ऑटो रिक्शा है जो चलती नहीं है और पंचर है।
शिवसेना को दी चुनौती
अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार निकम्मी सरकार है, शिवसेना कहती है सत्ता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है। अमित शाह ने तीन दलों के गठबंधन की सरकार खास करके शिवसेना को चुनौती देते हुए कहा कि, अगर हिम्मत है तो इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़े भाजपा अकेले मुकाबला करेगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पूरे देश भर में पेट्रोल डीजल 15 रुपये सस्ता हुआ है। मगर महाराष्ट्र की सरकार ने तेल की कीमतों में कमी नहीं की है, महाराष्ट्र की राजनीति में अपराधीकरण और वसूली का बोलबाला है और इन्हीं का शासन चल रहा है।
अमित शाह ने महाराष्ट्र के पुणे जिले के ताले गांव में स्थित केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान योगशाला का दौरा भी किया। जहां उन्होंने केंद्र के एक नए परिसर का उद्घाटन किया, इसके साथ साथ अमित शाह ने एनडीआरएफ की इकाई का भी दौरा किया जहां उन्होंने एनडीआरएफ के कर्मियों से बातचीत की और जवानों के साथ भोजन भी किया। अमित शाह ने ताले गांव में एनडीआरएफ परिसर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राकृतिक आपदाओं के समय एनडीआरएफ के कार्य की सराहना भी की।
अमित शाह ने फोरेंसिक विज्ञान के महत्व का जिक्र करते हुए कहा आंतरिक सुरक्षा के लिए कई चुनौतियां हैं। उन्होंने इन चुनौतियों में नशीले पदार्थ, हथियारों की तस्करी और जाली नोट जैसी चुनौतियों का जिक्र किया और कहां एफ़एसएल की सहायता से हम बहुत कुछ कर पाएंगे। गुजरात के एक अत्याधुनिक फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा जब प्रधानमंत्री मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने एफएसएल की स्थापना की। और आज यह विश्व भर में मान्यता प्राप्त संस्थान बन गया है।
उन्होंने कहा जब गुजरात में एफएसएल के बुनियादी ढांचे का विस्तार हो रहा था विशेषज्ञ फॉरेंसिक विज्ञान जनशक्ति की कमी महसूस की गई थी। क्योंकि फोरेंसिक विज्ञान के लिए कोई कॉलेज या विश्वविद्यालय देश में नहीं था। मोदी जी ने राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना के विचार की कल्पना की थी। और आज यह विश्वविद्यालय गुजरात में काम कर रहा है।