By अंकित सिंह | Aug 09, 2023
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने आज संसद में जम्मू-कश्मीर की वर्तामान स्थिति पर बड़ी जानकारी दी है। जम्मू-कश्मीर से आज से लगभग चार साल पहले धारा 370 हटाने का काम नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किया गया। अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने कश्मीर को आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त कराने के लिए लगातार काम किया है। लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, हम हुर्रियत, जमीयत और पाकिस्तान से नहीं बल्कि कश्मीर घाटी के युवाओं से बात करेंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमारी नीतियों के कारण 2014 के बाद से कश्मीर में स्थिति बदल गई है।
शाह ने कहा कि कश्मीर की समस्या वोटबैंक की राजनीति और समस्या से आंख मूंदने (के रवैये) के चलते थी। मोदी सरकार में हमने कश्मीर को आतंकवाद से मुक्त करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन लाने वाला और युगांतकारी निर्णय मोदी जी ने किया। धारा 370 जवाहरलाल नेहरू सरकार की भूल थी, लेकिन पांच अगस्त, 2019 को इस संसद ने इसे समाप्त कर दिया। कश्मीर से दो झंडे और दो संविधान चले गए और कश्मीर का संपूर्ण रूप से भारत के साथ जुड़ाव कर दिया गया। कहा गया था कि धारा 370 हटाई गई तो खून की नदियां बह जाएंगी। (आज) किसी कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। यह नरेन्द्र मोदी सरकार है।
शाह ने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर आतंकवादियों का जनाजा नहीं निकाला जाता है क्योंकि जो जहां मारा जाता है वहीं दफन किया जाता है। उनका कहना था, ‘‘ क्या पथराव की घटना टीवी पर दिखाई देती है? नहीं दिखाई देती है क्योंकि पथराव बंद हो गया।’’ उन्होने कहा, ‘‘कश्मीर पर शासन किसने किया? तीनों परिवारों ने शासन किया। महबूबा मुफ्ती का परिवार, फारूक अब्दुल्ला का परिवार और गांधी परिवार। लेकिन ये लोग पंचायत चुनाव नहीं करा सके।’’