By रितिका कमठान | Apr 14, 2023
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के दौरे पर रहे। इस दौरान बीरभूम से उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भी जनता से भाजपा को समर्थन देने की अपील की। अमित शाह ने अगले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 में से 35 सीटों पर भाजपा की जीत सुनिश्चित करने की अपील करते हुए लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि लक्ष्य हासिल कर लिया गया तो तृणमूल कांग्रेस सरकार 2025 से आगे नहीं चल पाएगी।
ममता को बताया हिटलर
ममता बनर्जी सरकार पर “हिटलर जैसा शासन” चलाने के लिए निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी 2024 में राज्य में 35 से अधिक सीटें जीतकर सत्ता में लौटती है, तो “कोई भी राज्य में रामनवमी की रैलियों पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा।” इस महीने की शुरुआत में रामनवमी उत्सव के दौरान राज्य के विभिन्न स्थानों पर हिंसा हुई थी। शाह ने यहां बीरभूम जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “मैं साफ-साफ कह दूं कि नरेन्द्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। 2024 के लोकसभा चुनावों में, हमें पश्चिम बंगाल से 35 से अधिक सीटें दें, और मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि ममता बनर्जी सरकार 2025 से आगे नहीं टिक पाएगी।” ममता बनर्जी सरकार 2026 में अपना तीसरा कार्यकाल पूरा करने वाली है।
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी भले ही अपने भतीजे को अगला मुख्यमंत्री बनाने का सपना देखती हों, लेकिन पश्चिम बंगाल का अगला मुख्यमंत्री भाजपा का ही होगा। केवल भाजपा ही भ्रष्ट टीएमसी से लड़ सकती है और उसे हरा सकती है।” उन्होंने कहा कि दीदी और उनके भतीजे के अत्याचारों से छुटकारा पाने के लिए बीजेपी को जिताने में मदद करनी चाहिए। राज्य में बढ़ रही तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए बीजेपी को सत्ता की चाबी संभालने का मौका जनता को देना चाहिए। बनर्जी के भतीजे अभिषेक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद हैं। पश्चिम बंगाल में भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 सीटों पर जीत हासिल की थी। शाह की टिप्पणियों पर टीएमसी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पार्टी ने इसे “अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक” करार दिया।
गौरतलब है कि इस वर्ष रामनवमी यानी 30 मार्च को निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान बंगाल में हिंसा की घटना हुई थी। इस दौरान सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस विपक्षी पार्टी भाजपा पर हिंसा करवाने का आरोप लगाती रही है।