भाजपा प्रमुख अमित शाह अगले चरण के विधानसभा चुनाव और 2019 में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर पार्टी को मजबूत करने के अपने अभियान के तौर पर सितंबर के आखिर तक सभी राज्यों का दौरा करेंगे। वह अभियान के दौरान 95 दिन तक यात्रा करेंगे। इसकी घोषणा उन्होंने हाल ही में भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में की थी। उनके अभियान की शुरुआत जम्मू-कश्मीर से होगी। वह प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में दो से तीन दिन बिताएंगे।
यह कार्यक्रम पांच राज्यों के उनके 15 दिन के दौरे से अलग है जिसकी शुरुआत मंगलवार से हुई। वह तीन दिन पश्चिम बंगाल में ठहरेंगे। भाजपा का लक्ष्य यहां संगठन को मजबूत करने का है और वह जनता के ज्यादा संपर्क में नहीं रहेंगे। पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने कहा, ‘‘यह पहली बार है कि भाजपा जितनी बड़ी पार्टी के अध्यक्ष संगठन को मजबूत करने के लिए देश के सभी राज्यों का दौरा करेंगे। हम दीन दयाल उपाध्याय के जन्मशती वर्ष को हमारे इतिहास का यादगार समय बनाना चाहते हैं।’’
उपाध्याय भगवा दल के दो वैचारिक दिग्गजों में से एक है और दूसरे श्यामा प्रसाद मुखर्जी रहे हैं। भाजपा ने उनकी जन्मशती वर्ष के लिए कई राष्ट्रव्यापी गतिविधियों की शुरुआत की है। यह सारी कवायद देशभर में खासतौर से चुनाव के नजरिये से महत्वपूर्ण उन राज्यों में, जहां भाजपा का कोई खास प्रदर्शन नहीं रहा है, पार्टी की पैठ बढ़ाने की शाह की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है। वह विशेषकर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जहां से 543 सदस्यीय लोकसभा में 141 सांसद चुन कर आते हैं।