By अंकित सिंह | Jan 06, 2022
पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर देश में बड़ा बवाल मचा हुआ है। सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि आखिर प्रधानमंत्री के सुरक्षा में इतनी बड़ी इच्छा कैसे हो गई और इसके लिए जिम्मेदार कौन है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के लिए अमित शाह के नेतृत्व वाली केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक समिति गठित की है। जानकारी के मुताबिक इस समिति का नेतृत्व गृह मंत्रालय के सुरक्षा सचिव सुधीर सक्सेना करेंगे जबकि अन्य सदस्यों में आईबी के संयुक्त निदेशक बलवीर सिंह और एसपीजी के आईजी एस सुरेश शामिल होंगे। प्रधानमंत्री के सुरक्षा में हुई गंभीर चूक की जांच के लिए इस समिति का गठन किया गया है और रिपोर्ट को जल्द ही सौंपने को कहा गया है। इससे पहले गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। खुद अमित शाह ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी।
इन सबके बीच, देश भर में भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री के दीर्घायु होने की कामना करने हुए मंदिरों में पूजा-अर्चना की और महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया। पंजाब के भाजपा नेताओं ने चंडीगढ़ में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और राज्य के गृह मंत्री और पुलिस महानिदेशक को बर्खास्त किए जाने की मांग की। हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई और इसके पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में अचानक हुए बदलाव के कारण यह घटना हुई और प्रधानमंत्री के जीवन पर खतरे जैसी कोई स्थिति नहीं थी। मुख्यमंत्री ने मामले की गहराई से जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है। सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मेहताब सिंह गिल और प्रधान सचिव, गृह मामले व न्याय, अनुराग वर्मा को तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।