By अंकित सिंह | Sep 20, 2023
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि महिला आरक्षण विधेयक लाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मातृशक्ति को सम्मानित किया है। ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ पर बोलते हुए शाह ने कहा कि कल का दिन भारतीय संसद के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। कल गणेश चतुर्थी थी, कल नए सदन के कार्य का श्री गणेश हुआ और कल ही के दिन वर्षों से लंबित महिलाओं को आरक्षण देने का बिल इस सदन में पेश हुआ। शाह ने कहा कि कुछ दलों के लिए महिला सशक्तीकरण राजनीतिक मुद्दा हो सकता है, कुछ के लिए चुनाव जीतने का हथियार हो सकता है, लेकिन मोदी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) के लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि मान्यता का सवाल।
भाजपा नेता ने कहा कि इस बिल के पारित होने से महिलाओं के अधिकारों की लंबी लड़ाई खत्म हो जाएगी। जी20 के दौरान पीएम मोदी ने महिला नेतृत्व वाले विकास का विजन पूरी दुनिया के सामने रखा। उन्होंने कहा कि नया अनुच्छेद 303, 30ए लोकसभा में मातृशक्ति को एक तिहाई आरक्षण देगा और 332ए विधानसभाओं में मातृशक्ति को एक तिहाई आरक्षण प्रदान करेगा। इसके साथ-साथ एससी/एसटी वर्ग के लिए जितनी भी सीटें रिजर्व हैं, उसमें भी एक तिहाई सीटें मातृशक्ति के लिए आरक्षित होंगी। उन्होंने कहा कि यह विधेयक देश में निर्णय लेने और नीति निर्माण में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करेगा।
अमित शाह ने कहा कि जिस दिन मोदी जी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, जिस दिन से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, उसी दिन से महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता... इस सरकार के सांस और प्राण में बसा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब बैंक अकाउंट खोलने का काम शुरू किया तो 52 करोड़ बैंक अकाउंट खोले गए और 52 करोड़ अकाउंट में से 70 प्रतिशत अकाउंट माताओं के नाम से खोले गए। आज महिला सशक्तिकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि महिला कोटा बिल लाने का यह पांचवां प्रयास है। देवेगौड़ा जी से लेकर मनमोहन सिंह जी तक चार बार इस बिल को लाने की कोशिश की गई...क्या कारण था कि यह बिल पास नहीं हो सका?