By अंकित सिंह | Apr 16, 2021
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के तेहट्टा में गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान अमित शाह जमकर ममता बनर्जी और उनकी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम नए वर्ष यानी कि बंगाली नववर्ष में प्रवेश कर चुके हैं और 2 मई को दीदी की विदाई के साथ ही सोनार बांग्ला के नए युग में प्रवेश करने वाले हैं। अमित शाह ने ममता सरकार पर हमला करते हुए आगे कहा कि क्या मातुआ, नामशूद्र और ऐसे अन्य समुदायों को नागरिकता नहीं मिलनी चाहिए? दीदी कहती हैं कि जब तक वह सत्ता में हैं, तब तक उन्हें नागरिकता नहीं मिलेगी! शाह ने कहा कि जैसे ही हम सरकार बनाएंगे, भाजपा ऐसे सभी समुदायों को सीएए के तहत नागरिकता दे देगी। जो 70 साल से यहां आए हैं, वो अपने ही देश में शरणार्थी का जीवन जी रहे हैं, उनको भाजपा नागरिकता देने का काम करेगी। नागरिकता पाने वाले शरणार्थियों के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 100 करोड़ का फंड बनाया जाएगा
डी - विकास
एन - राष्ट्रवाद
A - आत्मानिर्भर भारत
यही भाजपा का डीएनए है। ़़
उन्होंने कहा कि इस समय तेहट्टा में सिर्फ एक कोल्ड स्टोरेज है। सरकार बनने के बाद, हमारे पास स्थानीय किसानों की मदद के लिए इस क्षेत्र में 3 कोल्ड स्टोरेज होंगे। राज्य में बुधवार को पहली दो चुनावी रैलियों को संबोधित करने वाले राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शाह ने उन्हें “पर्यटक नेता” बताया। कांग्रेस यहां वाम दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है जबकि केरल में उनकी पार्टी वाम दलों के खिलाफ चुनाव लड़ रही है। शाह ने कहा, “लगभग पूरा चुनाव खत्म होने के बाद बंगाल में एक पर्यटक नेता आए हैं और हमारे डीएनए पर सवाल उठा रहे हैं। भाजपा का डीएनए विकास, राष्ट्रवाद और आत्मनिर्भर भारत है।” तृणमूल कांग्रेस में “वंशवाद की राजनीति” पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि भाजपा बंगाल में किसानों के लिये प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना लागू करना चाहती है, “दीदी सिर्फ भाइपो (भतीजा) सम्मान निधि चाहती हैं।”