By टीम प्रभासाक्षी | Jul 26, 2021
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 27 और 28 जुलाई को दो दिवसीय यात्रा पर भारत की राजधानी दिल्ली आ रहे हैं। विदेश मंत्री एस.जयशंकर के अनुसार अमेरिकी विदेश मंत्री की यात्रा दोनों देशो के बीच उच्च स्तरीय बातचीत की एक कड़ी है तथा इससे दोनों देशो की वैश्विक व रणनीतिक साझेदारी को भी मजबूती मिलेगी। इस मुलाकात के दौरान कोविड-19 से निपटने के प्रयासों सहयोग, समेत हिंद-प्रशांत क्षेत्र, साझा क्षेत्रीय सुरक्षा हितों, साझा लोकतांत्रिक मूल्य और जलवायु संकट सहित कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
क्या है यात्रा का मुख्य उद्देश्य ?
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य इस साल के अंत में वाशिंगटन में क्वाड समूह के नेताओं की मौजूदगी में एक शिखर सम्मेलन के लिए आधार तैयार करना होगा। अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में व्यावहारिक सहयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ समूह के प्रति वाशिंगटन की प्रतिबद्धता को लेकर क्वाड के नेताओं की मौजूदगी में एक शिखर सम्मेलन को आयोजित करने पर विचार कर रहा है। क्वाड में भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका शामिल हैं।अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन भी आए थे भारत दौरे परअमेरिका में बाइडन प्रशासन के सत्ता में आने के बाद ब्लिंकिंग भारत आने वाले बाइडेन प्रशासन के दूसरे उच्च पदस्थ अधिकारी होंगे। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे ऑस्टिन ने मार्च में भारत की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और बढ़ावा देने पर बात की थी। ऑस्टिन की भारत यात्रा भारत ऐसे समय में हुई थी जब अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के क्वाड समूह के शीर्ष नेतृत्व द्वारा राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित एक डिजिटल शिखर सम्मेलन में भारत-प्रशांत क्षेत्र में अपने सहयोग का विस्तार करने की प्रतिबद्धता जताई थी।अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस के द्वारा यह कहा गया कि नई दिल्ली की अपनी यात्रा के अलावा, ब्लिंकिंग 26 से 29 जुलाई तक के दौरान कुवैत शहर की भी यात्रा करेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटी ब्लिंकिंग केअलावा अफगानिस्तान के सेना प्रमुख जनरल वली भी दो दिवसीय यात्रा पर आने जा रहे है इस दौरान वह भारत के सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवडे और राष्ट्रीय सेना सलाहकार अजित डोभाल से मिलेंगे।