9/11 Remembrance Day: आतंकियों के हमलों से सेकेंडों में दहल उठा था दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका

By अनन्या मिश्रा | Sep 11, 2024

आज ही के दिन यानी की 11 सितंबर को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टावरों को आतंकी हमले में ध्वस्त कर दिया गया था। अमेरिका में हुए इस 9/11 आतंकी हमले में 2,977 लोगों की मौत हो गई थी और 6,000 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आतंकियों द्वारा किए गए इस हमले में अमेरिका का वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था। जिसके बाद अमेरिका ने इस आतंकी हमले का बदला लेते हुए एक ऑपरेशन में अलकायदा चीफ ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतार दिया। वहीं साल 2016 में पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने 11 सितम्बर को राष्ट्रीय सेवा एवं स्मरण दिवस के रूप में घोषित किया था।


9/11 आतंकी हमला

बता दें कि 11 सितंबर 2001 की सुबह अल-कायदा के आतंकियों ने चार विमानों को हाईजैक कर लिया था। इन आतंकियों का मकसद विमानों को अलग-अलग ऐतिहासिक स्थलों पर क्रैश कराना था। जिसमें से पहला क्रैश अमेरिकन एयरलाइन फ्लाइट 11 का न्यूयॉर्क शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टावर से टकराकर हुआ था। इस प्लेन के क्रैश के करीब 17 मिनट बाद यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 175 बिल्डिंग के दक्षिणी टावर से टकराया।


एक के बाद एक दो विमानों के क्रैश से अमेरिका में हाई अलर्ट जारी हो गया। इसके बाद सुबह 09:37 मिनट पर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन से अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 77 वॉशिंगटन टकराया। वहीं आतंकियों ने हाईजैक किए हुए चौथे विमान यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 93 को व्हाइट हाउस या यूएस कैपिटल बिल्डिंग पर क्रैश कराना चाहते थे। लेकिन पैसेंजर की भिड़ंत के कारण विमान का कंट्रोल आतंकियों के हाथ से छूट गया और वह प्लेन पेन्सिलवेनिया के शैंक्सविल में मैदानी इलाके में क्रैश हुआ।


दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका को अल कायदा ने 9/11 को हुई इन चार घटनाओं से दहला दिया था। इन आतंकी हमलों में 2977 लोगों की मौत हुई थी। जिनमें 19 हाईजैकर भी शामिल थे। 


अमेरिका ने ऐसे लिया बदला

इसके बाद 9/11 हमलों का बदला लेने के लिए अमेरिका ने दुनियाभर से आतंकवाद को खत्म करने का बीड़ा उठाया। इसी क्रम में अमेरिका लेबनान से लेकर इराक तक से आतंकी हमलों के बारे में जानकारी जुटाने लगा। जिसमें सामने आया कि अमेरिका में हुए हमलों की साजिश अफगानिस्तान में रची गई थी और अल-कायदा के आतंकियों और गुट के सरगना ओसामा बिन-लादेन का इस घटना के पीछे हाथ है। 


उस दौरान अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बुश ने तमाम कोशिशें कीं, लेकिन उनको सफलता नहीं मिली। जिसके बाद अमेरिका ने नए राष्ट्रपति बराक ओबामा के शासनकाल में लादेन को ढूंढ निकाला गया और रात के समय अमेरिका ने एक ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान के एबटाबाद में खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को मार गिराया। अमेरिका ने पूरे दस साल बाद 9/11 का बदला लिया। वहीं साल 2016 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ने 9/11 के दिन को राष्ट्रीय सेवा एवं स्मरण दिवस के रूप में घोषित किया था।

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