पेरिस। प्रमुख खाड़ी देशों की ओर से कतर के साथ राजनयिक संबंध खत्म किए जाने के बाद पैदा हुई स्थिति के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने सऊदी अरब, ईरान और कतर के नेताओं से बातचीत कर संकट खत्म करने का आह्वान किया है। मैक्रों के दफ्तर ने कहा है कि मैक्रों ने बुधवार को अलग अलग कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल थानी, सऊदी अरब के शाह सलमान और ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी से बात की और सभी पक्षों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया।
सऊदी अरब और यूएई, बहरीन और मिस्र ने सोमवार को खाड़ी सहयोग परिषद के साथी सदस्य कतर के साथ राजनयिक रिश्ते तोड़ लिए थे। उन्होंने दावा किया था कि दोहा चरमपंथ को समर्थन करता है। कतर ने आरोपों का सख्ती से खंडन किया है। सऊदी अरब नीत वाले गठबंधन ने कतर पर आर्थिक पाबंदी लगा दी और गैस समृद्ध छोटे से देश से अपनी नीतियों को बदलने और मुस्लिम ब्रदरहुड एवं फिलस्तीनी समूह हमास सहित चरमपंथी समूहों को अपना कथित समर्थन रोकने को कहा है। मैक्रों ने बुधवार को खाड़ी नेताओं को आश्वस्त किया कि उनकी मंशा क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने की है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखना तथा सभी आतंकवादी आंदोलनों का वित्तपोषण रोकना है।
फ्रांस के राष्ट्रपति मंगलवार को पहले ही कतर के अमीर से बात कर चुके हैं। साथ ही में तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन और अबूधाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से भी बात की। एर्दोआन ने दोहा का समर्थन किया है। राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने कहा कि मैक्रों आने वाले दिनों में अपनी मध्यस्थता जारी रखेंगे। रूहानी के साथ बुधवार को अपनी चर्चा में मैक्रों ने तेहरान में बुधवार को हुए हमलों में मारे गए 13 लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताईं। इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा ईरान में यह पहला हमला था।