भारत के मदरसों में दी जाती है आतंकवाद की शिक्षा,अयोध्या के संत का बड़ा बयान

By Satya Prakash | Sep 02, 2021

अयोध्या। देश में मदरसों को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है देशभर के संत समाज मदरसों को बंद की जाने को लेकर सरकार से मांग उठा रहे हैं जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यतींद्र गिरी के बयान आने के बाद अब अयोध्या के संत भी उनके समर्थन में है।  संतो के मुताबिक देश में कई बार मदरसों से हथियारों आतंकियों के पकड़े जाने की खबर आती रही है देश की सुरक्षा के लिए मदरसों पर रोक लगाए जाने की जरूरत है।

इसे भी पढ़ें: केशव प्रसाद मौर्य का दावा, यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव में 2024 के लोकसभा चुनाव की लड़ाई होने वाली है

हरिदाम पीठ के महंत जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि देश में अब मदरसों की आवश्यकता नहीं है जब शिक्षा के बीच धर्म को कट्टरवाद बनाए जाने का कार्य पैदा किया जाए तो वह शिक्षा नहीं हो सकती है। शिक्षा मुक्ति का साधन है। वही कहा कि सरकारी संस्थान जो चलाए जाते हैं। जिसमे सभी धर्म एक हो करके शिक्षा का पालन करते हुए। शिक्षा ग्रहण करे। और कहा कि मुझे लगता है कि अब देश मे मदरसों की आवश्यकता नही है।

इसे भी पढ़ें: सहयोगी दलों के समाज को देंगे उचित सम्मान : अखिलेश यादव

वहीं तपस्वी छावनी के महंत परामहंस दास ने भी कहा कि उनका बयान सही और तर्क संगत है। मुनव्वर राणा जैसे लोग आतंकी तालिबानियों का समर्थन करते हैं। तो वहीं कई बार मदरसों से हथियारों का जखीरा पकड़ा गया और मदरसों से निकले गए आतंकवादी पकड़े गए । देश के मदरसों सिर्फ आतंकवाद की ट्रेंनिग दी जाती है। यही नही मदरसा छाप वाले बच्चों की संख्या में तेजी से बृद्ध कर रहे है। वही कहा कि भारत में रहकर जो मदरसों के लोग भारत के विरोधी नारा लगा रहे हैं यह कैसी शिक्षा है।  इन मदरसों में भारत विरोधी नीति सिखाए जाते हैं इसे तत्काल बंद किया जाना जरूरी है।

प्रमुख खबरें

Jammu-Kashmir के पुंछ जिले में बड़ा हादसा, खाई में गिरी सेना की गाड़ी, 5 जवानों की मौत

हाजिर हों... असदुद्दीन ओवैसी को कोर्ट ने जारी किया नोटिस, सात जनवरी को पेश होने का आदेश, जानें मामला

An Unforgettable Love Story: अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर विशेष

आरक्षण के मुद्दे का समाधान करें, अदालत पर इसे छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण : Mehbooba Mufti