By अंकित सिंह | Sep 26, 2023
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए कई चुनौतियां सामने आती दिखाई दे रही है। उनकी पार्टी के भीतर भी लगातार अस्थिरता भी नजर आ रही है। जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार के आवास पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के बीच कथित तौर पर एक-दूसरे के साथ जुबानी जंग हुई। दोनों नेता सोमवार को विधानसभा प्रभारियों की बैठक में हिस्सा लेने मुख्यमंत्री आवास गये थे। बैठक के बाद, ललन सिंह चौधरी के पास पहुंचे और उनसे पूछा कि वह बार-बार जमुई और बरबीघा क्यों जा रहे हैं, जबकि वह अब इन दोनों स्थानों के प्रभारी नहीं हैं।
इससे दोनों नेताओं के बीच विवाद हो गया और चौधरी ने कथित तौर पर कहा कि वह मुख्यमंत्री के निर्देश पर जमुई और बरबीघा जा रहे थे। उस दौरान नीतीश कुमार मौजूद थे लेकिन वे मामले में हस्तक्षेप किये बिना बैठक कक्ष से बाहर निकल गये। सूत्रों ने बताया कि बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार ने ललन सिंह से चौधरी के उनके क्षेत्र में बार-बार आने की शिकायत की थी। घटना के बाद किसी ने भी इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा है। सूत्रों ने बताया कि नीतीश कुमार के समर्थन को देखते हुए चौधरी ने सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने हाल ही में सार्वजनिक रूप से दावा किया था कि उनके मन में अशोक चौधरी के प्रति नरम रुख है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौटने की अटकलें खारिज कर दिये जाने के बाद भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि अब वह कितना भी नाक भी रगड़ लें, उसका दरवाजा उनके लिए बंद हो चुका है। कुमार ने यहां राजेंद्र नगर इलाके के एक पार्क में आयोजित दीनदयाल उपाध्याय जयंती समारोह समारोह में यह बात कही, जिसे उनकी सरकार भाजपा के साथ सत्ता साझा करने के समय से ही आयोजित कर रही है। कुमार भाजपा नीत राजग से एक साल पहले अलग हो गये थे। इस समारोह में नीतीश के साथ अन्य लोगों के अलावा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी थे।