By नीरज कुमार दुबे | Jan 06, 2024
भारतीय नौसेना के विशिष्ट समुद्री कमांडो ‘मार्कोस’ ने अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हुए उत्तरी अरब सागर में अपहृत वाणिज्यिक जहाज में सवार चालक दल के सभी 21 सदस्यों को बचा लिया है। बचाये गये लोगों ने भारतीय नौसेना की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा है कि हमें पूरी उम्मीद थी कि भारत सरकार हमें बचाने के लिए आयेगी। बचाये गये भारतीयों ने वापस लौटते समय सागर की लहरों पर भारत माता की जय के नारे लगाये।
हम आपको बता दें कि लाइबेरिया के ध्वज वाले वाणिज्यिक जहाज के अपहरण के प्रयास पर कार्रवाई करते हुए हुए 15 भारतीयों सहित चालक दल के सभी 21 सदस्यों को बचा लिया गया है। इस जहाज का पांच-छह हथियारबंद लोगों ने अपहरण करने की कोशिश की थी। नौसेना ने एमवी लीला नॉरफोक को अपहृत करने की कोशिश के बाद मदद के लिए एक युद्धपोत, समुद्री गश्ती विमान, हेलीकॉप्टर और पी-8आई और लंबी दूरी के विमान और प्रीडेटर एमक्यू9बी ड्रोन तैनात किए थे। अभियान के बारे में नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा, ‘‘जहाज पर सवार 15 भारतीयों सहित चालक दल के सभी 21 सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मार्कोस कमांडो ने जहाज की जांच की और वहां अपहर्ताओं के नहीं होने की पुष्टि की। समुद्री डाकुओं ने वाणिज्यिक जहाज को अपहृत करने की कोशिश संभवतः भारतीय नौसेना के युद्धपोत के पहुंचने और गश्ती विमान की सख्त चेतावनी के बाद छोड़ दी।’’
विवेक मधवाल ने कहा कि भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस चेन्नई, एमवी लीला नॉरफोक के आसपास है और यह जहाज में विद्युत उत्पादन और प्रणोदन को बहाल करने के अलावा अगले बंदरगाह तक पहुंचाने में सहायता कर रहा है। हम आपको बता दें कि शुक्रवार को नौसेना ने अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत आईएनएस चेन्नई को वाणिज्यिक जहाज की मदद के लिए भेजा था और भारतीय युद्धपोत ने जहाज को सवा तीन बजे रोक लिया था। नौसेना ने बताया कि उसने समुद्री गश्ती विमान पी8आई और प्रीडेटर एमक्यू9बी ड्रोन की मदद से अपहृत जहाज पर नजर रखी। विवेक मधवाल ने कहा, ‘‘मिशन में तैनात युद्धपोत पर मौजूद भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो वाणिज्यिक जहाज पर पहुंचे और बचाव अभियान को अंजाम दिया।’’
हम आपको बता दें कि एमवी लीला नॉरफोक ने यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (यूकेएमटीओ) पोर्टल पर एक संदेश भेजा था जिसमें बताया गया था कि बृहस्पतिवार शाम को पांच से छह अज्ञात सशस्त्र कर्मी जहाज पर सवार हो गए हैं। इससे पहले नौसेना ने कहा था कि क्षेत्र की अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर स्थिति पर “करीबी नजर” रखी जा रही है। नौसेना ने कहा कि घटनाक्रम पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए उसने समुद्री गश्त शुरू की और जहाज की सहायता के लिए समुद्री सुरक्षा संचालन के लिए तैनात आईएनएस चेन्नई का मार्ग परिवर्तित कर दिया।
हम आपको यह भी बता दें कि जहां तक लाल सागर के हालात की बात है तो वहां भी भारतीय नौसेना की नजर बनी हुई है। भारतीय नौसेना ने बुधवार को कहा था कि उसके जहाज और विमान निगरानी बढ़ाने और समुद्री सुरक्षा अभियान चलाने के लिए ‘मिशन अवस्था में तैनात’ रहेंगे। हम आपको बता दें कि नौसेना ने पिछले महीने पोरबंदर तट से करीब 220 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में एमवी केम प्लूटो नामक जहाज को ड्रोन से निशाना बनाए जाने सहित कई वाणिज्यिक पोतों पर हमलों की हालिया घटनाओं को देखते हुए समुद्री निगरानी बढ़ा दी है।