By अजय कुमार | Jul 28, 2021
लखनऊ। अलीगढ़ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और नेता रह चुके उत्तर प्रदेश के रामपुर से लोकसभा सदस्य और प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान की हालत को देखकर अलीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्रों में गुस्से का उबाल आ गया है उन्हें योगी सरकार से तो नाराजगी है ही इसके साथ ही दुख इस बात का भी है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस मामले में सिर्फ खानापूरी कर रहे हैं इसी के चलते अलीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्रों ने आजम खान को जमानत नहीं दिए जाने के विरोध में विश्वविद्यालय परिसर में मार्च निकाला। प्रदर्शनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि आजम खान को जानबूझकर सियासी तौर पर निशाना बनाया जा रहा है।
अलीगढ़ विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व सचिव हुजैफा आमिर ने कहा कि आजम खान एएमयू छात्रसंघ के पूर्व सचिव थे, एएमयू समुदाय सांसद की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में चिंतित है, जो वर्तमान में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में नाजुक हालत में भर्ती हैं। इस संबंध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन, उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को एक प्रति के साथ एएमयू के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली को सौंपने के बाद हुजैफा ने मीडियाकर्मियों से कहा कि एएमयू समुदाय सपा संस्थापकों में से एक आजम खान के मामले में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की भूमिका से बहुत निराश है।उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से अखिलेश यादव की भूमिका केवल सांकेतिकता और इस मुद्दे पर ट्वीट जारी करने तक सीमित है। ज्ञापन में खान को स्वास्थ्य आधार पर जमानत देने के लिए राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया गया है।इससे पहले मुरादाबाद में बिलारी नगर स्थित सपा कैंप कार्यालय पर सोमवार को उलेमाओं के साथ विधायक मोहम्मद फहीम इरफान ने सांसद आजम खान की लंबी उम्र और रिहाई के लिए विशेष दुआ कराई। विधायक मोहम्मद फहीम इरफान ने बताया कि भाजपा सरकार द्वारा बदले की भावना से सांसद आजम खां को प्रताड़ित किया जा रहा है। कहा सांसद आजम खान की तबीयत खराब होने के बावजूद भी भेदभाव की भावना से उनको अस्पताल से डिस्चार्ज करा कर जेल भेजा गया।मो. फहीम इरफान बताया कि आजम खां को पोस्ट कोविड होने की वजह से उनको बेहतर उपचार की जरूरत है। बिनाभेदभाव के उनका बेहतर उपचार कराया जाए। इसके अलावा कोरोना महामारी से मुल्क को निजात मिले, आपसी भाईचारा बना रहे की दुआ कराई गई।