By अनुराग गुप्ता | Apr 23, 2020
लॉकडाउन की वजह से शराब की दुकानें बंद हैं। जिसके चलते बहुत लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं। रोजाना शराब पीने वाले लोगों को लॉकडाउन की वजह से शराब नहीं मिल पा रही है। जिसकी वजह से ये लोग अच्छी नींद तक नहीं ले पा रहे हैं। तो वहीं कुछ लोगों को नींद आ भी नहीं रही। कुछ मामले ऐसे भी है जो चिड़चिड़ापन का शिकार हो रहे हैं।
एक अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर विश्वविद्यालय ने ऐसे लोगों की मदद करने के लिए काउंसलिंग का काम शुरू किया है और अब तक 300 लोग विश्वविद्यालय की मदद ले चुके हैं। विश्वविद्यालय ने काउंसलिंग के लिए डॉक्टर्स समेत कुछ लोगों के नम्बर जारी किए। जिनकी मदद से आप भी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
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300 लोगों का हुआ इलाज
काउंसलिंग टीम से मिली जानकारी के मुताबिक 14 दिन में 300 लोगों का इलाज किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा 35 वर्ष से लेकर 60 वर्ष के लोग शामिल हैं। इनमें से कुछ केसों में लोगों को नींद नहीं आने की समस्या थी तो कुछ लोग देर रात तक मोबाइल फोन और कम्प्यूटर के इस्तेमाल के आदि हो गए थे। जिसके चलते चिड़चिड़ापन और नींद न आने की समस्या से जूझ रहे थे।
इन लोगों को काउंसलर्स ने सबसे पहले अपनी समय सारणी को सुधारने के लिए कहा। जैसे जगने और सोने का समय तय करने को कहा। क्योंकि लॉकडाउन के चलते बहुत सारे लोगों का शेड्यूल पूरी तरह से बिगड़ चुका है। जिसकी वजह से यह पहले जैसी अपनी जिन्दगी नहीं जी पा रहे हैं।
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अच्छी नींद के लिए अपनाएं ये तरीके
- नियमित व्यायाम करें
- सोने का समय निर्धारित करें
- शाम और रात के वक्त में कॉफी का सेवन बिल्कुल न करें
- सोने से पहले हो सके तो गुनगुने पानी से गहाएं
- टी.वी., मोबाइन और कम्प्यूटर में कम वक्त बिताएं
- यदि शराब पीने का मन हो तो किसी और काम में खुद को व्यस्त कर लें
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वहीं जो लोग क्वारंटीन किए गए हैं उन लोगों की सूची बनाकर प्रशासन उनकी काउंसलिंग करवाने के बारे में विचार कर रही है। लगभग 2,000 लोगों के नामों की सूची बना ली गई है और अब उनका मनोवैज्ञानिकों से इलाज कराया जा सकता है।