By अंकित सिंह | Mar 29, 2023
उत्तर प्रदेश में सारस को लेकर भी राजनीति खूब हो रही है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की वन विभाग टीम ने अमेठी से सारस को कानपुर चिड़ियाघर लाया गया था। कानपुर चिड़ियाघर में सारस से मिलने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहुंचे थे। हालांकि, उनकी सारस के साथ मुलाकात नहीं हो सकी। बताया गया कि सारस को कानपुर के चिड़ियाघर में एकांतवास में रखा गया है। इसी कारण अखिलेश यादव को सारस से मिलने की इजाजत नहीं दी गई। अखिलेश यादव चिड़ियाघर में करीब एक घंटे तक रूके। उन्होंने सीसीटीवी के माध्यम से सारस को देखा। अखिलेश यादव के साथ सारस को पालने वाला उसका दोस्त आरिफ भी मौजूद था।
आपको बता दें कि आरिफ अमेठी का रहने वाला है। आरिफ को ये सारस पिछले साल अपने खेत में घायल अवस्था में मिला था। बाद में आरिफ ने सारस का इलाज करवाया। सारस और आरिफ की दोस्ती भी हो गई। सारस आरिफ के घर पर ही रहने लगा। यादव पिछली पांच मार्च को आरिफ और सारस से मिलने के लिए अमेठी गए थे। इसके बाद वन विभाग ने हाल में सारस को उसके प्राकृतिक वातावरण में रखने के लिए उसे आरिफ के यहां से हटाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार भेज दिया था जहां से उसे कानपुर चिड़ियाघर स्थानांतरित कर दिया गया है। वहां सारस को 15 दिन के लिए पृथक वास में रखा गया है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा था। उन्होंने इसके लिए सारस के बहाने यूपी सरकार पर निशाना साधा था। उत्तर प्रदेश में मोहम्मद आरिफ और सारस पक्षी के दोस्ती के खूब चर्चे थे। लेकिन राज्य पक्षी होने के नाते वन विभाग की टीम ने सारस को रायबरेली जिले के पक्षी विहार में छोड़ दिया। आरिफ और सारस की जुदाई को लेकर अखिलेश यादव ने राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा कि अगर सरकार सारस छीन रही है तो उन लोगों से मोर भी छीन लेना चाहिये जो उसे दाना खिला रहे थे। अखिलेश ने अपने इस बयान के जरिए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। हालांकि, उन्होंने किसी की नाम नहीं लिया। आपको बता दें कि करीब दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक वीडियो मीडिया में आया था जिसमें वह मोर को दाना खिला रहे थे।