By नीरज कुमार दुबे | Aug 08, 2023
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने आज मोदी और योगी पर जोरदार हमला बोला। अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरा तो दूसरी ओर सांसद डिंपल यादव ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर जारी बहस में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। अखिलेश और डिंपल ने आज जो तेवर लखनऊ और दिल्ली में दिखाये वह दर्शाता है कि आने वाले चुनावों में पति पत्नी की यह जोड़ी भाजपा से सीधे मुकाबले के लिए तैयार है। हम आपको याद दिला दें कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद डिंपल यादव मैनपुरी संसदीय सीट पर उपचुनाव जीतकर संसद पहुँची थीं।
अखिलेश यादव का विधानसभा में भाषण और मुख्यमंत्री का पलटवार
उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने प्रदेश में बेरोजगारी और शिक्षा के संबंध में सवाल पूछते हुए योगी सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाये। उन्होंने आरोप लगाया कि महंगाई बढ़ रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है, शिक्षा का बुरा हाल है और कानून व्यवस्था चरमराई हुई है। इसके बाद, अखिलेश यादव की ओर से किये गये हमलों और सवालों का जवाब देने के लिए मुख्यमंत्री योगी मुस्कुराते हुए खड़े हुए और उन्हें जोरदार तरीके से आईना दिखाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा है कि नेता विरोधी दल को भी अब जनसंख्या की चिंता होने लगी है। उन्होंने कहा कि इसी को नियंत्रित करने के लिए हम लोग समान कानून की बात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चलिए समाजवादियों में कुछ तो प्रोग्रेस हुई है। प्रगति के बारे में सोचना अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि अभी एक सदस्य ने बेसिक शिक्षा के विषय में एक प्रदेश, एक कोर्स और एक मूल्य को लेकर सवाल पूछा था। इसमें एक देश और एक कानून को भी जोड़ देते तो अच्छा होता। सीएम योगी ने बेरोजगारी दर को लेकर कहा कि बेरोजगारी दर जो 2017 से पहले 19 फीसदी थी, वो आज 3 से 4 के बीच रह गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजगार के जो अवसर सृजित हुए हैं, उसी की वजह से बेरोजगारी दर में कमी आई है।
डिंपल यादव का भाषण
वहीं, लोकसभा में समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव के भाषण की बात करें तो उन्होंने केंद्र सरकार पर मणिपुर के मुद्दे पर संवेदनहीनता दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार ‘अहंकार’ में डूबी है और उत्तर पूर्व राज्य में हिंसा की घटनाओं के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जिम्मेदार है। डिंपल यादव ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाये गये कांग्रेस सदस्य गौरव गोगोई के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए ये आरोप लगाये।
उन्होंने कहा कि जब महिलाओं के खिलाफ अपराध की बात होती है तो उत्तर प्रदेश की भी चर्चा होनी चाहिए। यादव ने दावा किया कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में हर तीन घंटे में एक महिला का यौन उत्पीड़न होता है। उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना मामूली नहीं। सपा सदस्य ने कहा कि मणिपुर के मुद्दे पर केंद्र सरकार का रवैया संवेदनाहीन है और वह ‘अहंकार में डूबी’ है। उन्होंने इसे राज्य प्रायोजित हिंसा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सदन में आना चाहिए और इस बारे में अपनी बात रखनी चाहिए। डिंपल यादव ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री का विशेष दायित्व था कि वह हिंसा को रोकें और अगर राज्य सरकार चाहती तो दो दिन के भीतर हिंसा नियंत्रण में लाई जा सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन सरकार की मंशा सही नहीं थी।’’
उन्होंने भाजपा पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर की घटनाओं के लिए भी वही जिम्मेदार है। सपा सांसद ने कहा, ‘‘भाजपा बांटो, नफरत पैदा करो और राज करो की सियासत करती है।’’ डिंपल यादव ने चीन के साथ सीमा पर गतिरोध की स्थिति पर भी सदन में चर्चा कराने की मांग की।