लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव चुनाव प्रचार के सिलसिले में आज प्रयागराज रहेंगे। इस दौरान कहीं वह आंदोलनकारी छात्रों से मिलने धरना स्थल पर नहीं पहुंच जाये, यही सोच-सोच कर प्रयागराज प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। दरअसल, यूपी लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन लगातार जारी है। आज आंदोलन का चौथा दिन है। पिछले तकरीबन 70 घंटे में आंदोलनकारी छात्र एक पल के लिए भी धरना स्थल से नहीं हटे है।
हजारों अभ्यर्थी दिन-रात आयोग के दफ्तर के बाहर की सड़कों पर डटे रहते हैं। देर रात प्रयागराज के डीएम रवींद्र कुमार मांदड़ और पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा ने एक बार फिर छात्रों से बातचीत की। प्रदर्शनकारी छात्रों से एक प्रतिनिधिमंडल बनाकर आयोग से वार्ता करने की बात कही। अफसरों ने कहा कि आयोग और छात्रों के प्रतिनिधिमंडल के बीच होने वाली बातचीत में वह मध्यस्थता करने को तैयार है। हालांकि प्रदर्शनकारी छात्र इसके लिए राजी नहीं हुए। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि वह कोई बातचीत नहीं करना चाहते। आयोग ने मनमाना फैसला किया है। आयोग को अपना फैसला वापस लेने का ऐलान करना चाहिए। फैसला वापस लेने का नोटिस जारी होते ही वह आंदोलन को खुद ही खत्म कर देंगे।
प्रदर्शनकारी छात्र यूपीपीसीएस 2024 और आरओएआरओ भर्ती परीक्षा एक दिन और एक शिफ्ट में कराए जाने की मांग कर रहे हैं. वह परीक्षा में लागू होने वाले नॉर्मलाइजेशन का भी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है, इसे वह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। आज आंदोलन के चौथे दिन भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी आयोग के दफ्तर के बाहर सड़कों पर बैठे हुए हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी आज छात्रों के आंदोलन में शामिल हो सकते हैं। अखिलेश यादव को आज प्रयागराज आना है। पार्टी के कुछ नेता उन्हें आंदोलन स्थल पर लाने की तैयारी में है हालांकि अखिलेश यादव का अभी ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है, उन्हें सिर्फ फूलपुर विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित कर वापस लौट जाना है।