By अंकित सिंह | Nov 20, 2024
उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों हो रहे उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। इस बीच समाजवादी पार्टी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस मतदाताओं के एक वर्ग को अपने अधिकारों का प्रयोग करने से हतोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि जब से मतदान शुरू हुआ है, शिकायतें आ रही हैं। विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के संबंध में...हमने कई शिकायतें दर्ज कराई हैं। ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग की संवेदनाएं कुंठित हो गई हैं। इतनी शिकायतों के बावजूद यह न तो देख सकता है और न ही सुन सकता है।
सपा नेता ने दावा किया कि बीजेपी ये उपचुनाव वोट से नहीं बल्कि 'खोट' से जीतना चाहती है। हार के डर से भाजपा प्रशासन पर गड़बड़ी करने का दबाव बना रही है। अखिलेश ने एक्स पर लिखा कि कुछ पुलिस अधिकारी पूरी तरह से भाजपा के कार्यकर्ता बनकर कान कर रहे हैं। ये मतदाताओं को धमका रहे हैं और उन पर हाथ भी उठा रहे हैं। लाठी खाने की धमकी भी दे रहे हैं। साथ ही न्यूज़ चैनल तक को धकेलकर अपना रौब जमा रहे हैं। ऐसे अधिकारी को चिन्हित किया जाए और तत्काल निलंबित किया जाए।
उन्होंने एक और पोस्ट में लिखा कि उत्तर प्रदेश में जिन मतदाताओं को पुलिस-प्रशासन द्वारा वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से वोट डालने जाएं। इस चुनावी गड़बड़ी की सूचना हर तरफ़ फैल गई है। चुनाव आयोग भी सतर्क हो गया है और अब उसकी तरफ़ से ये आश्वासन मिल रहा है कि जिन लोगों को वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से जाएं और अपना वोट ज़रूर डालें। अब कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। अगर फिर से कोई रोके तो आप वहाँ उपस्थिति चुनाव आयोग के अधिकारियों या राजनीतिक दलों के लोगों को सूचित करें या चुनाव आयोग से सीधी शिकायत करें। चुनाव आयोग से मिले इस आश्वासन के लिए धन्यवाद। प्रशासन व पुलिस के बेईमान अधिकारी बख़्शे नहीं जाएंगे। उनके वीडियो साक्ष्य उनके ख़िलाफ़ वैधानिक कार्रवाई का आधार बनेंगे। बेख़ौफ़ जाएं और अपना वोट ज़रूर डालकर आएं!