By अंकित सिंह | Nov 29, 2022
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए वार-पलटवार का दौर लगातार जारी है। समाजवादी पार्टी ने यहां से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, भाजपा ने समाजवादी खेमे से ही आए रघुराज शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाकर मुकाबला और कोई दिलचस्प बना दिया है। इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए समाजवादी पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। इन सबके बीच भाजपा के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा था। उन्होंने शिवपाल यादव को लेकर भी एक बयान दिया था। उसी बयान पर आज अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री पर पलटवार किया है। आपको बता दें कि मैनपुरी में 5 दिसंबर को चुनाव होने तक के नतीजे 8 को आएंगे।
वार-पलटवार का दौरा
दरअसल, शिवपाल यादव पर तंज कसते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि चाचा शिवपाल की स्थिति पेंडुलम जैसी हो गई है। उन्होंने कहा था कि बेचारे को पिछली बार कितना बेइज्जत करके भेजा था, कुर्सी तक नहीं मिली, कुर्सी के हैंडल पर बैठना पड़ा था। जीवन में पेंडुलम कभी नहीं बनना चाहिए। पेंडुलम का कोई लक्ष्य नहीं होता है। अब इसी बयान पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। अखिलेश ने कहा कि जो मुख्यमंत्री पेंडुलम की बातें कर रहे हैं उन्होंने खुद फिजिक्स नहीं पढ़ी है और वे हम लोगों को पेंडुलम सिखा रहे हैं। इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि मैनपुरी में आप जितना भी विकास देखते हैं वो सब नेताजी के प्रयास से हुआ।
अखिलेश ने कहा कि नेताजी मैनपुरी के लोगों को अपने घर और परिवार का सदस्य मानते थे। उन्होंने कहा कि मैनपुरी जो छोटे कस्बे की तरह दिखाई देता था लेकिन समाजवादी पार्टी और नेताजी ने इसे शहर बना दिया। इसके साथ ही उन्होंने शिवपाल के सुरक्षा कटौती के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हम समाजवादी जनता के लोग हैं सिक्योरिटी से हमारा स्टेटस बनता या घटता नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा ‘जेड श्रेणी’ से घटाकर ‘वाई श्रेणी’ किये जाने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है।