By अंकित सिंह | Mar 11, 2022
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। भाजपा गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी का भी प्रदर्शन 2017 के मुकाबले बेहतर हुआ है। समाजवादी पार्टी और उसके गठबंधन सहयोगियों ने 125 सीटों पर जीत हासिल की है। इन सबके बीच समाजवादी पार्टी के लिए अच्छी खबर यह रही कि उसे मुसलमानों का एक तरफा साथ उत्तर प्रदेश में मिला है। सपा गठबंधन की ओर से 63 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे गए थे जबकि बसपा की ओर से 86 मुस्लिम प्रत्याशी थे। कांग्रेस ने 60 मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिए थे। हालांकि सबसे ज्यादा 36 मुस्लिम प्रत्याशी सपा गठबंधन के जीतने में कामयाब रहे हैं। पहले के दो चरणों में ज्यादातर मुस्लिम प्रत्याशियों को जीत मिली है।
पहले चरण में सपा की ओर से कैराना से नाहिद हसन, रामपुर से आजम खान और स्वार अब्दुल्ला आजम को जीत हासिल हुई। थाना भवन से अशरफ अली ने योगी सरकार में मंत्री रहे सुरेश राणा को हरा दिया। उधर मायावती ने भी आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों ने समाजवादी पार्टी पर भरोसा जताया है। मायावती ने कहा कि मुस्लिम समाज ने उत्तर प्रदेश में बार-बार आजमाई पार्टी बसपा से ज्यादा समाजवादी पार्टी (सपा) पर भरोसा कर बड़ी ‘भारी भूल’ की है। उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए मुस्लिम समाज ने बार-बार आजमाई हुई पार्टी बसपा पर भरोसा जताया है लेकिन इस बार मुस्लिम समाज का वोट सपा को चला गया। बसपा मुस्लिम समाज के इस रुख से सीख लेकर इस कड़वे अनुभव को खास ध्यान में रखकर अब अपनी रणनीति में बदलाव जरूर लाएगी।
इन्हें मिली जीत
कैराना- नाहिद हसन
संभल- इकबाल महमूद
स्वार- अब्दुल्लाह आजम
रामपुर- आजम खान
अमरोहा- महबूब अली
सिवालखास- गुलाम मोहम्मद
किठौर- शाहिद मंजूर
मेरठ- रफीक अंसारी
थानाभवन- अशरफ अली
मेरठ- रफीक अंसारी
कुंदरकी- जियार्रहमान
चमरौवा- नसीर अहमद
बहेड़ी-अताउर रहमान
भदोही-जाहिद
भोजीपुरा- शाजिल इस्लाम
बेहट- उमर अली खान
बिलारी -फहीम इरफान