By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 28, 2018
नयी दिल्ली। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खिलाफ पूरे जोर-शोर से लड़ेंगे लेकिन गांधी परिवार, जिनके साथ देश के इस सबसे पुराने सियासी दल में रहने के दौरान उनके बेहद अच्छे रिश्ते थे, के खिलाफ नहीं बोलेंगे। जोगी ने बताया कि अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों में असली मुकाबला उनके नेतृत्व वाली जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और सत्ताधारी भाजपा के बीच है। जोगी की पार्टी ने विधानसभा चुनावों के लिये मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस पार्टी छोड़ चुका हूं और विधानसभा चुनावों में पार्टी के खिलाफ प्रचार करूंगा लेकिन गांधी परिवार के खिलाफ नहीं बोलूंगा जिन्होंने हमेशा मुझे प्यार दिया है।’’
मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ बनने के बाद जोगी प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे। वह तब कांग्रेस के साथ थे। जोगी ने 2016 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर अपनी पार्टी बनाई थी। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगे आरोपों के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मैं गांधी परिवार के किसी परिवारिक सदस्य के बारे में चुनावों के दौरान भी कुछ नहीं कहूंगा। मेरे दशकों पर परिवार के साथ बेहद अच्छे संबंध रहे हैं।’’
यह भी सियासत का अजब संयोग है कि जोगी परिवार के चार सदस्य तीन अलग-अलग राजनीतिक दलों के साथ हैं। जोगी और उनके पुत्र जहां जेसीसी(जे) में हैं, जोगी की पत्नी कांग्रेस और उनकी बहू बसपा के साथ हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जोगी ने कहा कि वह एक बीती हुई शक्ति है जो छत्तीसगढ़ में मुकाबले में कहीं नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के पास प्रदेश में न तो कोई चेहरा है न ही कोई संगठन। उसके पास कोई नेता नहीं है और वह निकम्मी बन चुकी है।’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि आगामी चुनावों में मुकाबला उनकी पार्टी और भाजपा के बीच है।
जोगी ने कहा, ‘‘यह जेसीसी(जे)-बसपा गठबंधन और सत्ताधारी भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है और हम निश्चित रूप से यह चुनाव जीतेंगे।’’ जोगी ने कहा कि वह गठबंधन में मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं लेकिन यह भी जोड़ा कि उन्होंने अब तक यह तय नहीं किया है कि विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं। जोगी ने कहा, ‘‘हम कांग्रेस और भाजपा दोनों से लड़ रहे हैं और हमारा गठबंधन दोनों दलों की चुनावी संभावनाओं को व्यापक नुकसान पहुंचाएगा।’’ छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को चुनाव होंगे। मतगणना 11 दिसंबर को होगी।