नयी दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने मंगलवार को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के विजेताओं को एएफसी चैंपियंस लीग क्वालीफायर में खेलने की सिफारिश करने का फैसला किया है जिसका यह मतलब है कि आईएसएल देश का शीर्ष लीग होगा। एआईएफएफ की कार्यकारी समिति ने यहां बैठक में एशियाई फुटबॉल परिसंघसे आईएसएल की विजेता टीम को एएफसी चैंपियन्स लीग (एसीएल) क्वालीफायर में जगह देने का अनुरोध कर उस पर ‘सकारात्मक’ तरीके से विचार करने की सिफारिश करेगी।
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अब तक आधिकारिक तौर पर देश के शीर्ष स्तरीय प्रतियोगिता आई-लीग की विजेता टीम एशिया के शीर्ष स्तरीय क्लब प्रतियोगिता (एसीएल) के क्वालीफाइंग दौर में खेलती थी। आई-लीग 2017-18 चैंपियन मिनर्वा पंजाब एफसी ने इस साल एसीएल क्वालीफाइंग दौर में भाग लिया था। आम तौर पर दुनिया भर में महाद्वीपीय स्तर की शीर्ष प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर की शीर्ष लीग में खेलने वाली टीमों को मौका दिया जाता है।
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एआईएफएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में भारतीय टीम के लगभग सभी खिलाड़ी आईएसएल क्लबों से आये है। टेलीविजन और मैदान में दर्शकों की मौजूदगी के मामले भी आई-लीग के मुकाबले आईएसएल का पलड़ा भारी है। आईएसएल क्लब एएफसी के क्लब लाइसेंस प्रक्रिया मानडंड को पूरा कर रहे है जिसमें एएफसी द्वारा प्रमाणित मजबूत जमीनी स्तर और युवा विकास कार्यक्रम शामिल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एआईएफएफ कार्यकारी समिति ने एएफसी से इस मामले में उनकी मांग को सकारात्मक तरीके से मानने का निवेदन किया है।’’
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एआईएफएफ और आई-लीग में पिछले काफी समय से गतिरोध चल रहा है जिसके बाद एआईएफएफ अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने पिछले हफ्ते आईलीग क्लबों के साथ बैठक कर उनको आश्वासन दिया था कि उनका भविष्य सुरक्षित है और कहा था कि वे एएफसी से संपर्क करेंगे जिससे कि दो से तीन साल और आईलीग तथा आईएसएल एक साथ काम करते रहें। इसके बाद हालांकि आईलीग के छह क्लबों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जांच आयोग का गठन करने और अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) की कार्यशैली की जांच करने का आग्रह किया।