By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 10, 2021
चेन्नई। विपक्षी दल अन्ना द्रमुक और पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) ने तमिलनाडु का राज्यपाल नियुक्त होने पर आरएन रवि को शुक्रवार को बधाई दी,वहीं कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने इस कदम पर केंद्र की ‘मंशा’ पर संदेह जताते हुए पूछा कि क्या यह एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक सरकार को निशाना बनाने की कोशिश है। तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के एस अलागिरि ने कहा कि पड़ोसी राज्य पुडुचेरी में जब कांग्रेस सत्ता में थी तो भारतीय पुलिस सेवा की पूर्व अधिकारी किरण बेदी को वहां उपराज्यपाल बनाया गया और उन्होंने ‘‘कई रोड़े अटकाए’’ जिसके बाद वहां ‘‘कई कल्याणकारी योजनाएं लागू नहीं की जा सकी।’’
अन्ना द्रमुक के शीर्ष नेता ओ पनीरसेल्वम और के. पलानीस्वामी ने रवि को बधाई दी। पार्टी के समन्वयक पनीरसेल्वम ने एक बयान में कहा, ‘‘अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम की ओर से मैं सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी टी आर एन रवि की तमिलनाडु के राज्यपाल के तौर पर नियुक्ति का स्वागत करता हूं जिन्होंने नगा शांति वार्ता में अहम भूमिका निभायी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनकी नियुक्ति से निश्चित तौर पर तमिलनाडु के विकास को काफी हद तक बढ़ावा मिलेगा। मैं उनकी सफलता की कामना करता हूं।’’ पीएमके संस्थापक एस. रामदास ने रवि को बधाई दी और राज्य के विकास में उनसे सहयोग मांगा।
अलागिरि ने एक बयान में कहा कि रवि की ‘‘पुलिस की पृष्ठभूमि’’ है और वह नगालैंड का राज्यपाल नियुक्त किए जाने से पहले उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु के राज्यपाल के तौर पर उनकी नियुक्ति के पीछे की मंशा पर शक है।’’ पुडुचेरी में बेदी के कार्यकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बेदी ने वहां लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार के ‘‘खिलाफ’’ काम किया और लोगों की नाराजगी मोल ली। उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु के राज्यपाल के तौर पर एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी की नियुक्ति ने संदेह पैदा कर दिया है। मुझे शक है कि क्या आरएन रवि को मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के लिए समस्याएं खड़ी करने के वास्ते नियुक्त किया गया है।